रवि शास्त्री कहते हैं, मुझे बिल्कुल पछतावा नहीं है
शास्त्री ने द गार्जियन के साथ एक इंटरव्यू में कहा, "वहां लगभग 250 लोग थे और उस पार्टी से किसी को भी COVID नहीं हुआ। मुझे यह मेरी पुस्तक के विमोचन के समय नहीं मिला क्योंकि यह 31 (अगस्त) को था और मैं 3 सितंबर को पाॅजिटिव पाया गया था। यह तीन दिनों में नहीं हो सकता। मुझे लगता है कि मुझे कोरोना लीड्स (जहां तीसरा टेस्ट आयोजित किया गया था) वहां हुआ था। मुझे इस बात का बिल्कुल भी अफसोस नहीं है क्योंकि उस समारोह में मैं जिन लोगों से मिला, वे सब ठी थे।"
उंगली उठाना कहां सही है?
शास्त्री ने आगे कहा, "और लड़कों के लिए अपने कमरे में लगातार रहने के बजाय बाहर निकलना और अलग-अलग लोगों से मिलना अच्छा था। ओवल टेस्ट में आप 5,000 लोगों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली लिफ्ट चढ़ रहे थे। तो, किताब के विमोचन पर उंगली उठाना कहां सही है?"
रद्द करना पड़ा था मैच
शास्त्री के बाद, भारत के गेंदबाजी कोच भरत अरुण और क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर भी कोरोना पाॅजिटिव पाए गए थे। लेकिन फिर भारत के दूसरे फिजियो योगेश परमार की रिपोर्ट भी पाॅजिटिव बताई गई, जिसके बाद मैनचेस्टर टेस्ट को रद्द करने का फैसला लिया गया। यह फैसला मैच शुरू होने के ठीक 3 घंटे पहले लिया गया। भारतीय सीनियर खिलाड़ियों ने खेल में हिस्सा लेने को लेकर आशंका जताई जिसके बाद यह फैसला लिया गया। भारत सीरीज में 2-1 से आगे था, लेकिन इसका अभी तक नजीता घोषित नहीं किया गया है। जहां तक शास्त्री का सवाल है, टीम इंडिया के मुख्य कोच के रूप में उनका कार्यकाल संयुक्त अरब अमीरात में 2021 टी20 विश्व कप के बाद समाप्त होने वाला है।