नई दिल्लीः रविचंद्रन अश्विन उन खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंन टी20 वर्ल्ड कप के दौरान राहुल द्रविड़ के कोच बनने पर अपनी खुशी जाहिर की थी। द्रविड़ अब फुल टाइम कोच के तौर पर शास्त्री से कमान संभाल चुके हैं। अश्विन का कहना है कि द्रविड़ की कोचिंग पर अभी बात करना कुछ ज्यादा जल्दबाजी होगी क्योंकि उन्होंने अभी ज्वॉइन किया है लेकिन दिग्गज ऑफ स्पिनर का मानना है कि नए कोच के आने के बाद टीम में खुशी की भी नई शुरुआत आएगी।
चार साल तक सफेद गेंद क्रिकेट से बाहर रहने के बाद अश्विन की वापसी हुई है। 35 साल का यह खिलाड़ी टी20 वर्ल्ड कप में भी खेला था और उन्होंने कीवियों के खिलाफ मौजूदा सीरीज में दो विकेट भी लिए।
अश्विन ने मौजूदा सीरीज के आधिकारिक ब्रॉडकास्टर से बात करते हुए कहा कि अभी राहुल द्रविड़ के कोचिंग स्टाइल पर बात करना जल्दबाजी होगी, लेकिन उन्होंने अंडर 19 लेवल पर बहुत काम किया है। वह तैयारियों और प्रक्रिया पर ध्यान देने वाले इंसान हैं, तो इससे भारतीय ड्रेसिंग रूम में खुशनुमा माहौल आ सकता है।
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अश्विन ने यह भी कहा कि पहले टी20 मैच में उन्होंने महसूस किया कि गेंद को धीमा छोड़ने पर बल्लेबाजों को दिक्कत हो रही थी। भारत को जीत के लिए 165 रनों का लक्ष्य मिला था और अश्विन को लगा था कि मैच आखिरी ओवर तक ले जाए बिना ही भारत इसको जीत लेगा। लेकिन टी20 क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है।
वे कहते हैं कि, मैंने पॉवरप्ले का पहला ओवर किया, और पता चला करा कि गेंद को किस गति से फेंकने पर फायदा मिल सकता है। गति को ऊपर नीचे करना जरूरी है लेकिन पता होना उससे भी महत्वपूर्ण है कि आपको कब ऐसा करना है, इसके लिए हर गेंद को एक अवसर के तौर पर देखना होता है।