नई दिल्ली: रविचंद्रन अश्विन 71 टेस्ट मैचों में 365 विकेट लेकर भारतीय टीम के मौजूदा लीडिंग टेस्ट विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं लेकिन अब वे टेस्ट तक की सीमित कर दिए गए हैं। तो क्या इसका मतलब यह है कि अश्विन का करियर केवल टेस्ट मैचों की तक ही सीमित हो चुका है? इस सवाल का जवाब देते हुए अश्विन ने कहा है कि वे आज भी क्रिकेट के सीमित ओवर प्रारूप में खुद को देखते हैं।
इस बारे में बात करते हुए अश्विन हिंदुस्तान टाइम्स के हवाले से कहा, 'मुझे विश्वास है कि मैं भारत के लिए टी 20 और वनडे खेल सकता हूं। मुझे अपने कौशल पर विश्वास है। मैं इस विश्वास को अपनी कब्र तक कायम रखना चाहूंगा कि, 'हां, मैं सभी प्रारूपों में खेल सकता हूं। पिछले सीजन में, मैंने KXIP के लिए काफी अच्छा प्रदर्शन किया और मुझे लगता है कि मुझमें अभी बहुत सी सफ़द गेंद वाली क्रिकेट बाकी है। मैं चुनौती के लिए हमेशा आशान्वित और उत्साहित हूं।'
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हालांकि अश्विन ने इस बात पर संतुष्टि जताई कि केवल टेस्ट मैच खेलने वाले खिलाड़ियों को सुरक्षित करने के लिए बीसीसीआई ने केंद्रीय अनुबंध के तहत उनको शामिल किया हुआ है। अश्विन ने कहा, ECB और CA भी ये करते हैं। यह एक बहुत ही स्वस्थ संदेश भेजता है कि टेस्ट को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। बीसीसीआई ने इसे स्वीकार किया है और इसलिए इस तरह की नीति अपनाई है।'
मौजूदा समय में भारतीय टीम का तेज गेंदबाजी अटैक बहुत शानदार है। अश्विन ने इस अटैक के साथ मिलकर गेंदबाजी करने के अनुभव के बारे में भी बात की है। उन्होंने कहा-
'भारत के पेसर्स घर सहित विश्व स्तर पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हमने भारत में अब जिस तरह से पिचें तैयार की हैं उसमें भी बदलाव देखा गया है। जिस तरह से पिचें पहले थीं, उसके विपरीत अब उनके पास पेसर्स के लिए कुछ है। बुमराह का उदय तेज रहा। श्रेय उनके लिए जाता है कि उन्होंने कैसा प्रदर्शन किया और भारत को घर और बाहर मैच जीतने में मदद की। यह भारतीय क्रिकेट के लिए एक अद्भुत संक्रमण है। मैच विजेता के रूप में पेसर हमेशा महान होते हैं। ऐसे पेसर्स का होना हमेशा सराहनीय होता है और मुझे उनके साथ गेंदबाजी करने में मजा आता है।'
अश्विन इस बार आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से खेलते हुए नजर आएंगे।