नई दिल्ली: विजय हजारे ट्रॉफी 2021 में कई युवा खिलाड़ी अपनी पहचान बना रहे हैं। इस साल टूर्नामेंट में अब तक बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। बल्लेबाज अपने प्रदर्शन से दिग्गजों का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। केरल के खिलाफ आज के मैच में कर्नाटक के कप्तान रविकुमार समर्थ ने तूफानी खेल दिखाया। रवि कुमार के पिता एसबीआई बैंक में क्लर्क के रूप में काम करते हैं। क्वार्टर फाइनल 2 के मैच में उन्होंने 156 गेंदों में 192 रन बनाए। उन्होंने 22 चौके और 3 छक्के लगाए। ऐसे में रवि कुमार ने महज 25 गेंदों में चौकों और छक्कों की मदद से 106 रन बना दिए। लेकिन रवि कुमार दोहरे शतक को लेकर बदकिस्मत थे। उनकी इस पारी की बताैलत कर्नाटक ने 50 ओवरों में 3 विकेट खोकर 338 रन बनाए।
शानदार शुरुआत
केरल ने टॉस जीता और गेंदबाजी करने का फैसला लिया। कर्नाटक ने इस फैसले का फायदा उठाया। सलामी बल्लेबाज रवि ने स्टार बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल के साथ शुरुआत की। इन दोनों ने शानदार शुरुआत की। दोनों ने 249 रनों की शुरुआती साझेदारी की। इस साझेदारी के दौरान, देवदत्त और रवि कुमार दोनों ने व्यक्तिगत शतक पूरे किए। कर्नाटक का पहला विकेट 249 रनों पर गिरा जब देवदत्त 101 रन पर आउट हुए।
देवदत्त पडिक्कल ने जड़ा चाैथा शतक, खतरे में कोहली का रिकाॅर्ड
इसके बाद मनीष पांडे मैदान पर आए। पांडे के साथी रवि ने अपना तूफान जारी रखा। उन्होंने केरल के बल्लेबाजों को अच्छी तरह से धोया। उन्होंने मैदान पर सभी दिशाओं में शाॅट खेले। वह दोहरे शतक के कगार पर थे। सभी को लगा कि वह दोहरा शतक पूरा करेंगे। लेकिन समर्थ दुर्भाग्य से 192 रन पर आउट हो गए। उन्होंने अपना दोहरा शतक मात्र 8 रनों से गंवा दिया। लेकिन उनके प्रदर्शन ने कर्नाटक को 338 रन तक पहुंचाने में मदद की।
टूर्नामेंट में 600 रन बनाने वाले दूसरे बल्लेबाज
रवि कुमार मौजूदा टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। समर्थ ने अब तक 6 मैचों में 3 शतकों और 2 अर्द्धशतकों के साथ 605 रन बनाए हैं। सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड कर्नाटक के देवदत्त पडिक्कल के पास है।