भारत में होनी है 2021 और 2023 विश्व कप की मेजबानी
उल्लेखनीय है कि अगर ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी20 विश्व कप के आयोजन को 2021 तक के लिये टाला जाता है तो इससे आईसीसी के आगे होने वाले टूर्नामेंट पर काफी असर पड़ेगा।
रिपोर्टस की मानें तो ऑस्ट्रेलिया में होने वाले विश्व कप को फरवरी 2021 तक के लिये खिसकाया जायेगा, जिसका असर इंग्लैंड में होने टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल पर पड़ेगा, जिसे 4 महीने आगे बढ़ाये जाने की संभावना है। यह फाइनल जुलाई में होना था।
इतना ही नहीं अगर इस साल का टी20 विश्व कप अगले साल के लिए खिसकाया जाता है तो साफ है कि 2021 में भारत की मेजबानी में होने वाला टी20 विश्व कप 2022 में होगा, साथ ही 2023 में होने वाले वनडे विश्व कप की मेजबानी भी भारत के पास ही है।
4 महीने में 2 विश्व कप आयोजित करेगा भारत
गौरतलब है कि आईसीसी के एक सूत्र के हवाले से छपी रिपोर्ट के अनुसार इस साल होने वाले विश्व कप का अगले साल के लिये टलना लगभग तय है और अगर ऐसा होता है तो भारत को 4 महीने के अंदर 2 विश्व कप की मेजबानी करनी होगी।
रिपोर्ट के अनुसार,'99 प्रतिशत संभावना है कि टी20 विश्व कप इस साल नहीं होगा। पहले से ही अलग विंडो की तलाश की जा रही है और ऐसी संभावना है कि इसे 2021 तक टाल दिया जाएगा और फिर 2021 में खेले जाने वाले टी20 विश्व कप को 2022 तक टाल दिया जाएगा। अगर ऐसा होता है तो फिर भारत आने वाले समय में सिर्फ चार महीनों के भीतर ही दो विश्व कप की मेजबानी करेगा। क्योंकि फरवरी 2023 में भारत, आईसीसी वनडे विश्व कप की मेजबानी करेगा।'
T20 विश्व कप टला तो होगा आईपीएल
रिपोर्ट के अनुसार टी20 विश्व कप के टलने से ही भारतीय क्रिकेट का फायदा है, क्योंकि अगर ऐसा होता है तो भारत के पास आईपीएल 13 को इस विंडो में आयोजित कराने का मौका होगा वरना बीसीसीआई को लगभग 4 हजार करोड़ का नुकसान झेलना पड़ सकता है। इसके अलावा खिलाड़ियों को भी काफी नुकसान होगा। विश्व कप को स्थगित करने की बात का समर्थन करते हुए ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान मार्क टेलर ने इसे बीसीसीआई और आईपीएल के लिये वरदान बताया।
उन्होंने कहा, टइस साल टी20 विश्व कप को टाला जाएगा। इस वजह से बीसीसीआई को आईपीएल आयोजन करवाने का विंडो मिल जाएगी। आईपीएल का आयोजन होता है तो यात्रा खिलाड़ियों की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी ना कि बोर्ड की। मुझे लगता है कि ये सबसे संभावित स्थिति है क्योकि हम इस समय जिन हालात में जी रहे हैं उनमें अक्टूबर-नवंबर के बीच 15 टीमों का ऑस्ट्रेलिया आना, सात जगहों पर 45 मैच खेलना और देश में यात्रा करना मुश्किल होगा। इससे पहले 14 दिन तक क्वारेंटाइन में रहने से स्थिति मुश्किल हो जाती है पूरी संभावना है कि ये टूर्नामेंट इस साल नहीं होगा।'