नई दिल्ली। एशेज सीरीज जब से शुरू हुई है, तब से लेकर अबतक आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली है। इस सीरीज पर कब्जा करने के लिए दोनों टीमें कई बार हदें पार करती दिखीं। एक-दूसरे पर हमला बोलने से कतई नहीं चूकते। अभी चल रही 5 मैचों की एशेज के दूसरे मैच में उस समय दोनों टीमों के बीच टक्कर देखने को मिली जब इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने क्रीज पर डट चुके स्टीव स्मिथ को निशाना बनाया। आर्चर की तेज बाउंसर स्मिथ के गले लगी जिसने सबको डरा दिया लेकिन आर्चर हंसते रहे और ना ही उन्होंने स्मिथ का तब हाल पूछा। इस घटना ने पूर्व आस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग को 14 साल पुरानी घटना याद दिला दी।
पोंटिंग ने कहा कि इंग्लैंड के तेज गेंदबाद जोफ्रा आर्चर की गेंदबाजी ने उन्हें 2005 एशेज सीरीज की याद दिला दी। आपको बता दें कि उस एशेज सीरीज में इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टीव हारमिसन ने पोंटिंग को चोटिल किया ही था लेकिन उसके पहले मैथ्यू हेडन और जस्टिन लैंगर को चोटिल कर दिया था। लेकिन इस दाैरान खेल भावना के खिलाफ बात तब गई थी जब पोंटिंग चोट से कहरा रहे थे और माइक वाॅन ने अपने खिलाड़ियों से कहा था कि वो पोंटिंग का हाल ना पूछें। पोंटिंग ने क्रिकेट आस्ट्रेलिया की वेबसाइट को बताया, "वह सुबह बहुत खतरनाक थी और कल कुछ पुरानी यादें ताजा हो गई। मुझे याद है जब मुझे गेंद लगी तब माइकल वॉन ने अपने खिलाड़ियों से कहा कि कोई भी पॉटिंग के पास जाकर उसका हाल नहीं पूछेगा। मेरे लिए यह सही था क्योंकि मैं भी उन्हें अपने से दूर रहने के लिए कहता।"
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शनिवार को लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान आर्चर की गेंद स्टीव स्मिथ को लगी जिससे वह थोड़ी देर के लिए मैदान से बाहर गए। हालांकि, वह वापस बल्लेबाजी करने आए और कुल 92 रनों की पारी खेली। पोंटिंग ने कहा, "मैं नहीं समझता कि यह स्पेल सीरीज का रुख तय करेगी। उन्होंने फिर से 92 रन बनाए, मुझे पता था कि वह 70 के करीब रन बनाएंगे और अगर अब गेंदबाज स्मिथ पर ज्यादा अटैक करेंगे तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा।" उन्होंने कहा, "आर्चर हालांकि, स्मिथ को आउट नहीं कर पाए। स्मिथ ने अपना विकेट नहीं गंवाया और उनका समाना किया। मैं मान रहा हूं उनके गले पर लगी चोट ठीक है और वह दूसरी पारी में फिर से अच्छी बल्लेबाजी करेंगे। उन्हें कोई डर नहीं होगा क्योंकि आप हर रोज यही करते हैं। आप नेट में गेंदबाजों का सामना करते हैं और आपको हमेशा चोट लगती रहती है, लेकिन कोई भी चीज आपकी मानसिकता को नहीं बदलती है।"