नई दिल्लीः राहुल द्रविड़ ने रवि शास्त्री की जिम्मेदारी संभाल ली है। कहा जा रहा था कि वे हेड कोच पोस्ट के लिए बीसीसीआई की पहली पसंद थे। लेकिन शुरुआती रिपोर्ट यह भी बताती हैं कि द्रविड़ पहले कोच बनने के लिए तैयार नहीं थे। उनको मनाने का काम सौरव गांगुली ने किया। इस प्रक्रिया के दौरान शायद बीसीसीआई ने और भी योग्य उम्मीदवारों चुना होगा जिनके बारे में हमकों जानकारी नहीं है। अब रिकी पोंटिंग ने खुद बताया है कि बीसीसीआई ने हेड कोच पोस्ट के लिए उनसे भी संपर्क किया था।
पोंटिंग को आईपीएल 2021 के दौरान यह ऑफर दिया गया था। रिकी पोंटिंग दिल्ली कैपिटल्स टीम के हेड कोच हैं। पोंटिंग ने बताया कि जिन लोगों ने उनसे नौकरी के लिए संपर्क लिया वे किसी भी तरह उनको कोच की पोस्ट के लिए मनवाना चाहते थे लेकिन उन्होंने काम के बाकी बोझ के चलते ऑफर को स्वीकार नहीं किया।
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पोंटिंग ने यह भी कहा कि वे आईपीएल के कोच की पोस्ट और चैनल 7 में अपने काम को खत्म नहीं करना चाहते थे। उन्होंने ग्रेड क्रिकेटर पोडकॉस्ट पर बात करते हुए कहा कि, कोच की पोस्ट के लिए मुझे भारत में साल में 300 दिन रहना पड़ता। आईपीएल के दौरान मुझसे इस बारे में कुछ बातें की गई थी। मैंने सबसे पहले यही कहा कि मैं इतना समय दे ही नहीं सकता, इसके अलावा यह भी होता कि मुझे आईपीएल की कोचिंग और गर्मियों में चैनल सेवन की जॉब भी छोड़नी पड़ती। तो ये काम नहीं कर सकता था।
पोंटिंग की कोचिंग में दिल्ली कैपिटल्स का कायापलट हो चुका है। यह टीम बहुत खराब खेल दिखाती थी लेकिन अब ये टॉप रनर अप टीम बन चुकी है जो किसी भी सीजन में खिताब अपने नाम कर सकती है।
वैसे सौरव गांगुली का इनपुट भी रिकी पोंटिंग के पक्ष में गया लगता है, तभी पंटर से बीसीसीआई के लोगों ने कोच बनने की गुहार लगाई थी। रिकी पोंटिंग डीसी में अपने दिनों के दौरान सौरव गांगुली के साथ काम कर चुके हैं। दोनों की जोड़ी खूब हिट हुई थी। गांगुली तब टीम के मेंटर के तौर पर काम करते थे लेकिन बाद में वे बीसीसीआई के प्रेसीडेंट बन गए और यह जॉब छोड़नी पड़ी।
पोंटिंग ने खुद तो कोच की नौकरी नहीं पकड़ी है और अब द्रविड़ द्वारा यह काम स्वीकार करने पर भी हैरानी जता रहे हैं क्योंकि उनका कहना है कि राहुल के पास युवा परिवार है, बच्चे अभी छोटे हैं। पोंटिंग की इस बात से जाहिर है कि वे परिवार को प्राथमिकता में रहते हुए किसी फुल टाइम जॉब से बंधकर नहीं रहना चाहते।