लगातार एक जैसा प्रदर्शन नहीं करने से निराश-
अपनी पारी के बारे में बात करते हुए पंत ने बताया कि वे इसको लेकर काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं। उन्होंने रोहित शर्मा के साथ बीसीसीआई टीवी पर बात करते हुए कहा- 'मैं स्कोर नहीं बना पा रहा था जिसकी वजह से काफी निराशा थी। लेकिन मैंने अपनी प्रक्रिया पर ध्यान दिया और मुझे नतीजा मिला।'पंत ने कोहली के साथ अपनी साझेदारी पर भी चर्चा की। यह 106 रनों की साझेदारी थी। पंत ने कहा- जब मैं और विराट भैया खेल रहे थे तब हम तय किया था कि अपने खेल को आखिर तक लेकर जाएंगे और अंतिम 7-8 ओवरों में रनगति पर काम करेंगे।
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कई बार सही करने पर भी सफलता नहीं मिलती-
पंत कई बार अच्छा खेलते हुए अपना विकेट फेंक कर निकल जाते हैं। इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा- ऐसे कई मौके आए हैं जब मैं रन ना बना पाने के कारण निराश हुआ हूं। तब मैं सोचता हूं कि क्या कुछ अलग कर सकता था। ऐसे भी मौके आए हैं जब मैंने सही फैसले लिए लेकिन तब भी बल्ले से रन नहीं निकले। क्रिकेट में ऐसा होता है। ये खेल का एक हिस्सा है।
धुआंधार पारी खेलकर भारत को जिताने वाले पंत के भविष्य पर कोहली ने कही बड़ी बात
क्यों मिलता है टीम में बार-बार मौका
पंत ने बताया कि ऐसे समय में वे अपने खेल पर भरोसा रखते हैं और बेसिक्स ठीक करने पर फोकस करते हैं। जब पंत ने पूछा गया कि आपको भारत के भविष्य के विकेटकीपर के तौर पर देखा जा रहा है तो पंत कहते हैं- कभी-कभी मैं इसको लेकर दबाव महसूस करता हूं और कभी-कभी इसका लुत्फ उठाता हूं। दिन के आखिर में मेरे लिए टीम ही मायने रखती है। टीम के सीनियर खिलाड़ी मुझ पर भरोसा रखते हैं इस वजह से मुझे आत्मविश्वास मिलता है अगर कुछ मौकों पर सफल नहीं हो पाया तो भी टीम का सपोर्ट मेरे साथ है। यह एक खिलाड़ी में बहुत आत्मविश्वास देता है।