नई दिल्ली। आस्ट्रेलिया के खिलाफ समाप्त हुई तीन वनडे मैचों की सीरीज युवा विकेटकीपर ऋषभ पंत के लिए सही साबित नहीं हुई। मुंबई के वानखेड़े में हुए पहले मैच में वह चोटिल हो बैठे जिस कारण वह आखिरी 2 मैच नहीं खेल सके। उनकी जगह केएस भरत को चुना गया लेकिन विकेटकीपिंग करने का जिम्मा ओपनर केएल राहुल ने संभाल लिया। वैसे तो राहुल ओपनिंग करते हैं लेकिन उन्होंने दूसरे मैच में पांचवें नंबर पर 80 रनों की पारी खेल साबित किया कि वो किसी भी स्थान पर खेलने को तैयार हैं। साथ ही राहुल की विकेटकीपिंग की भी तारीफ हुई। उन्हें पंत से बेहतर माना जाने लगा। ऐसे में पूर्व भारतीय क्रिकेटर गाैतम गंभीर ने भी राहुल की दोहरी भूमिका पर खुशी जताई है। साथ ही उन्होंने कहा कि इससे पंत का आत्मविश्वास पहले से और कम पड़ गया होगा।
गंभीर ने अंग्रेजी अखबर टाइम्स ऑफ इंडिया के अपने कॉलम में लिखा, "पहले राहुल के बारे में बात करते हैं। उनके पास एक अच्छा रवैया, उच्च लेवल की फिटनेस , स्ट्रोक की एक सरणी और नेतृत्व गुण हैं। कॉरपोरेट पैमाने पर, राहुल एक अमूल्य मध्य-प्रबंधन परिसंपत्ति है जिसे बड़ी भूमिकाओं के लिए तैयार किया जा सकता है।'' उन्होंने आगे लिखा, ''राहुल को पंत की जगह कीपिंग करने की जिम्मेदारी दी गई थी। उसने अच्छा प्रदर्शन किया। राहुल के प्रदर्शन को देख लगता है कि वह आगामी सीमित ओवरों के मैचों में भी इस दोहरी भूमिका को जारी रखेगा। मुझे उम्मीद है कि भारतीय टीम के चयनकर्ताओं और टीम प्रबंधन ने इस पर सावधानीपूर्वक विचार किया है।''
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विराट कोहली ने पुष्टि की है कि एक विकेटकीपर के रूप में राहुल की भूमिका को बढ़ाया गया है क्योंकि वह टीम को अधिक संतुलन प्रदान करने के लिए न्यूजीलैंड में विकेट कीपिंग करेंगे। कोहली ने कहा कि राहुल के बल्लेबाजी कौशल के साथ नंबर 5 पर विकेटकीपर होना मददगार होगा। हालांकि, गंभीर ने कहा कि इस मामले को प्रबंधन में सभी ने गंभीरता से लिया है। इसके अलावा, पंत के साथ क्या होता है, जिसे चयनकर्ताओं ने भारत का अगला विकेटकीपर माना है? गंभीर ने कहा, ''मैं राहुल के विपक्ष में नहीं हूं लेकिन मैं चाहता हूं कि निर्णय लेने वाले कुछ पहलुओं पर विचार करें। क्या उन्होंने राहुल के साथ इस पर चर्चा की है? क्या वह पूरी ईमानदारी से भूमिका निभा रहे हैं?
गंभीर ने कहा, ''दूसरा, ऋषभ पंत का क्या होता है? मुझे लगता है कि उनकी तकनीक की निरंतर जांच के तहत उनका आत्मविश्वास पहले से ही मिट रहा है। मुझे यकीन नहीं है कि वह इस कदम को कैसे समझेगा।''