नई दिल्ली। माैजूदा समय में महेंद्र सिंह धोनी की जगह विकेटकीपिंग का जिम्मा संभाल रहे ऋषभ पंत को टीम मैनेजमेंट द्वारा क्रिकेट के तीनों फाॅर्मेट में लगातार खेलने का अवसर प्राप्त हो रहा है। 21 वर्षीय पंत से उम्मीदें हैं कि धोनी के संन्यास लेने के बाद वह उनकी कमी पूरी करें। हालांकि पंत अपनी जगह पक्की कर चुके हैं, लेकिन उनका मानना है कि उन्हें अभी भी धोनी से काफी कुछ सीखना है और वह उनकी बराबरी नहीं कर सकते हैं।
पंत ने एक अखबार के साथ बातचीत करते हुए धोनी के साथ हो रही तुलना को लेकर अपने विचार उजागर किए हैं। पंत ने कहा, 'मैं कभी-कभी धोनी के साथ अपनी तुलना के बारे में सोचता हूं, लेकिन लेकिन यह बहुत ही ज्यादा मुश्किल काम है। मैं सिर्फ धोनी से सीखने की कोशिश कर रहा हूं। मैं उन्हें अपना मार्गदर्शक मानता हूं अगर मैं उनसे सीख रहा हूं, तो फिर मैं यह नहीं सोच सकता है कि मैं रात भर में ही या पखवाड़े के भीतर ही उनके क्लब में शामिल हो सकता हूं।'
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इस युवा विकेटकीपर ने आगे कहा कि मैंने धोनी से काफी कुछ सीखा है, फिर चाहे अपनी बैटिंग पर काम करने की बात हो, या फिर बैटिंग के लिए जाने से पहले मनोदशा की। वहीं, सबसे महत्वपूर्ण धोनी ने मुझे सिखाया है कि दबाव के पलों में शांत रहककर विकेटीपिंग करना। पंत ने कहा कि 21 साल की उम्र में अगर मैं यह सोचना शुरू कर देता हूं कि मुझे धोनी की जगह भरनी है, तो इससे मेरे लिए बहुत ही मुश्किल हो जाएगी। मैं हालात को सहज और आसान बनाने की कोशिश करता हूं। मैं अपनी क्षमता के हिसाब से सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट खेलना चाहता हूं और अपने इर्द-गिर्द मौजूद लोगों खासकर वरिष्ठों से सीखना चाहता हूं।
बता दें कि पंत को 11 टेस्ट, 12 वनडे और 18 टी20 मैच खेलने का माैका मिल चुका है। पंत ने पहले टी20 में फरवरी 2017 में डेब्यू किया था। इसके बाद उन्हें 18 अगस्त 2018 को टेस्ट व 21 अक्तूबर 2018 को ही वनडे में डेब्यू करने का माैका मिला था।