Road Safety World Series 2021 Semifinal 1 Irfan Pathan reveals How he made Match Winning comeback after expensive Over credits Sachin Tendulkar: नई दिल्ली। सड़क दुर्घटना के प्रति लोगों में जागरुकता फैलाने के लिये खेली जा रही रोड सेफ्टी वर्ल्ड सीरीज के पहले सेमीफाइनल मैच में भारत और वेस्टइंडीज की टीम का सामना हुआ। फैन्स के लिये यह मैच न सिर्फ खिलाड़ियों की वजह से बल्कि जिस तरह से उससे उन्हें पुराने समय की याद आ गई। भारतीय टीम ने इस मैच में सचिन तेंदुलकर (65), वीरेंदर सहवाग (35), युसुफ पठान(37) और युवराज सिंह (49) की विस्फोटक पारियों के दम पर 218 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया और ऐसा लगा मानो भारतीय टीम इतने बड़े स्कोर के बाद एकतरफा अंदाज में मैच को जीत जायेगी।
हालांकि ऐसा हुआ नहीं वेस्टइंडीज लेजेंडस की टीम ने भरपूर लड़ाई की और आखिरी ओवर तक चले इस रोमांचक मैच में 206 रन बनाये। टीम भले ही 12 रन से मैच को हार गई हो लेकिन वेस्टइंडीज ने आखिरी ओवर तक भारतीय फैन्स की सांसों को अटका कर रखा दिया। भारतीय टीम के लिये 20वां ओवर इरफान पठान लेकर आये जिन्होंने 17 रन के दरकार वाले इस ओवर में सिर्फ 5 रन दिये और इंडिया लेजेंडस को फाइनल में पहुंचाया।
और पढ़ें: AFG vs ZIM: मोहम्मद नबी के नाम हुआ टी20 क्रिकेट का सबसे शर्मनाक रिकॉर्ड, नहीं रखना चाहेंगे याद
भारतीय गेंदबाजी की शुरुआत भी इरफान पठान ने ही थी लेकिन यह ओवर बहुत ही महंगा साबित हुआ। इस ओवर में इरफान पठान ने 5 वाइड गेंदे फेंकी और 19 रन दे डाले। मैच के बाद इरफान पठान ने अपने सबसे खराब ओवर से मैच विनर बनने के बारे में बात करते हुए बताया कि कैसे सचिन तेंदुलकर की एक बात ने उनका आत्म-विश्वास वापस लौटाने में मदद की और वो टीम के लिये मैच विनर बन सके।
इरफान पठान ने मैच के पहले ओवर को अपने करियर का सबसे खराब ओवर बताया और कहा कि सभी कि तरह जब सचिन तेंदुलकर ने उन्हें 20वां ओवर दिया तो लगा कि शायद वो गलती कर रहे हैं। मैच के बाद इरफान पठान ने इसको लेकर एक ट्वीट किया जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।
और पढ़ें: Road Safety World Series: सेमीफाइनल में फिर दिखा युवराज सिंह का जलवा, 7 गेंदों में जड़े 5 छक्के
उन्होंने लिखा, 'मेरे सबसे खराब ओवर के सचिन तेंदुलकर ने मुझसे कहा कि सिर्फ एक खराब ओवर की वजह से मेरा तुम पर से विश्वास नहीं खत्म होगा और तुम हमारे लिए मैच जीतोगे। इसके चलते मेरा आत्म-विश्वास लौटा और हमें शानदार जीत मिली।'
गौरतलब है कि इरफान पठान के लिये यह मैच किसी बुरे सपने से कम नहीं घट रहा था जहां पर वो पहले 3 ओवर्स में 44 रन दे चुके थे और आखिरी ओवर में गेंदबाजी के लिये सचिन तेंदुलकर के पास प्रज्ञान ओझा और इरफान पठान का ही विकल्प बाकी था। ऐसे में जब वेस्टइंडीज को जीत के लिये 17 रन की दरकार थी सचिन तेंदुलकर ने इरफान पठान पर भरोसा जताया और उन्हें जीत भी हासिल हुई।