कोहली खुद घोषणा करेंगे
सूत्रों के अनुसार, "कोहली खुद घोषणा करेंगे। उनका मानना है कि उन्हें अपनी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित करने और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज बनने के लिए वापस जाने की जरूरत है।'' 32 वर्षीय कोहली ने अब तक 95 वनडे मैचों में भारत की कप्तानी की है और 27 हार और 65 जीत के साथ, 70.43 का जीत प्रतिशत है। वहीं 45 टी20 मैचों में कप्तानी की है, जिसमें टीम ने 14 गंवाए हैं तो 27 मैच जीते हैं। दूसरी ओर, 34 वर्षीय रोहित ने एकदिवसीय मैचों में 10 बार भारत की अगुवाई की और दो बार हारते हुए आठ मौकों पर जीत हासिल की। T20 में उन्होंने 19 बार कप्तानी की है, जिसमें से उन्होंने 15 जीते हैं और चार हारे हैं।
टेस्ट में कप्तानी करना जारी रख सकते हैं
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया, "यह भारत के दृष्टिकोण से एक ऐतिहासिक टेस्ट चक्र को समेटेगा। विराट ने यह भी महसूस किया कि सभी प्रारूपों में कप्तान के रूप में उनकी समग्र जिम्मेदारियां उनकी बल्लेबाजी पर भारी पड़ रही हैं। उसे उस जगह और ताजगी की जरूरत है क्योंकि उसके पास देने के लिए बहुत कुछ है। यदि रोहित व्हाइटबॉल कप्तान के रूप में कार्यभार संभालते हैं, तो विराट भारत के लिए टेस्ट में कप्तानी करना जारी रख सकते हैं और अपनी टी20 और वनडे बल्लेबाजी पर काम कर सकते हैं। वह सिर्फ 32 साल का है और अपनी फिटनेस को देखते हुए वह आसानी से कम से कम पांच से छह साल के लिए शीर्ष क्रिकेट खेलेगा।"
अभी तक नहीं दिला पाए आईसीसी ट्राॅफी
टीम का कार्यभार संभालने के बाद से कोहली की कप्तानी की सबसे बड़ी आलोचनाओं में से एक है, उनकी कप्तानी में आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीत पाना। हाल ही में, जून में, भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी हार गया था, जिसने मामला और तेज कर दिया। हालांकि, TOI की रिपोर्ट के अनुसार, कोहली, रोहित और भारत टीम प्रबंधन ने पिछले कुछ महीनों में बदलाव को लेकर बैठकें की हैं। साल 2016 में हुई टी20 विश्व कप में कोहली की कप्तानी में अच्छी शुरूआत की, लेकिन सेमीफाइनल में विंडीज ने उनको हराकर बाहर का रास्ता दिखाया। फिर 2017 की चैंपियंस ट्राॅफी में भारत को फाइल में पाकिस्तान के हाथों पटखनी मिली। हर बार की तरह 2019 वनडे विश्व कप में भी भारतीय टीम ने बड़ी टीमों को राैदकर सेमीफाइनल तक का सफर तय किया, लेकिन यहां उन्हें न्यूजीलैंड ने मात दे दी।