पहले वाला रोहित नहीं रहा
रोहित ने कहा, "मैं क्या सोचता हूं, इस मामले में एक अलग रोहित हूं। मैं परिवार के कारण अपने जीवन में इतने महान स्थान पर हूं कि मेरे पास मेरी पत्नी (रितिका) और बेटी (समैरा) है। मैं दूसरों के बारे में चिंतित नहीं हूं। मैं उस उम्र को पार कर गया हूं कि किसी के मेरे बारे में अच्छा या बुरा कहने पर रिएक्शन दूं। स्पष्ट रूप से कहूं तो अब ये और मायने नहीं रखता। अब मैं पहले वाला रोहित नहीं रहा। पत्नी रितिका और बेटी समायरा के चलते सोच में काफी बदलाव हुआ। "
परिवार अहम हिस्सा
इंग्लैंड में हुए विश्व कप दाैरान भारतीय खिलाड़ियों की वहां परिवार के साथ ज्यादा समय तक रहने पर जमकर आलोचना हुई थी। इसपर रोहित ने कहा, "परिवार हमें सपोर्ट करने के लिए आए थे। उनके बारे में जब कहा जा रहा था तो इसकी जानकारी मुझे दोस्तों से मिली। यकीन करें कि मैं यह सुनकर हंस रहा था। आप मेरे बारे में बात करें, लेकिन परिवार को बीच में नहीं ला सकते। मुझे लगता है उस समय विराट कोहली ने भी ऐसा ही महसूस किया होगा, क्योंकि परिवार हमारी जिंदगी का अहम हिस्सा होता है।"
गलतियों पर सोचना किया बंद
रोहित का कहना है कि उन्होंने अपनी गलतियों पर सोचना बंद कर दिया, क्योंकि ऐसे में आदमी अधिक दबाव में आता है। उन्होंने अपना टेस्ट करियर पिछले साल से बेहतर करना शुरू किया। इसपर उन्होंने कहा, ''मैंने काफी पहले टेस्ट मैचों के बारे में सोचना छोड़ दिया है। पहले मैं अपनी गलतियों पर काफी सोचता था। मैंने ये शॉट क्यों खेला? मैं क्यों गलत शॉट खेलकर आउट हुआ? हर पारी के बाद वीडियो एनालिस्ट के पास जाता, उसके साथ बैठकर वीडियो देखता और अधिक परेशान हो जाता था। असल में मैं जो कर रहा था, वह सही नहीं था। 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले मैंने खुद से कहा कि जो होना है, वह होगा। मैं अपनी तकनीक के बारे में नहीं सोचूंगा।''