कंक्रीट की पिच पर खेलते हुए बड़ा हुआ हूं
मैच समाप्ति के बाद रोहित ने बयान देते हुए कहा, ''मैं पुराने जमाने में कंक्रीट की पिच पर खेलते हुए बड़ा हुआ हूं। एक बार जब मैंने इस शाॅट को आजमाना शुरू किया तो बहुत सी चीजें बदल गईं। हम ये नहीं कह सकते कि पुल शाॅट खेलना आसान रहता है। मैंने उन शॉट्स को खेलने के लिए काफी प्रैक्टिस की है। कुछ मैचों में यह मेरे लिए बहुत अच्छा साबित होता है लेकिन मैं उस शॉट को खेलकर कई बार आउट भी हो गया हूं। इसलिए मैं कहता हूं कि जब आपके पास एक निश्चित ताकत हो, तो आपको उसका समर्थन करना होगा।''
पूरी सीरीज में स्पिनरों ने हमारे लिए काम किया
इसके अलावा रोहित ने सीरीज जीतने पर कहा, ''अच्छी शुरुआत करना जरूरी रहता है। हमेशा से यही मेरी सोच रही है। एक बार जब आप पिच देख लेते हैं तो फिर आप जानते हैं कि आपको क्या करना है। ओस जल्दी आने के कारण गेंद बल्ले पर अच्छी तरह से आ रहा था। हमने बल्लेबाजी समूह के रूप में कुछ योजना बनाई थी। यह नहीं कहेंगे कि यह अच्छा काम कर गया। मध्यक्रम में सुधार की गुंजाइश है। केएल राहुल नहीं खेल पाए लेकिन उनकी फॉर्म महत्वपूर्ण है। हमारे लिए पूरी सीरीज में स्पिनरों ने अच्छा काम किया। अश्विन-अक्षर ने जिस तरह से गेंदबाजी की और कैसे चहल चहल ने वापसी की, वो कमाल का था। वेंकटेश अय्यर को भी गेंदबाजी करते हुए देखकर अच्छा लगा, जिसका फायदा हमे आगे मिलना तय है।''
चहल भी बल्लेबाजी करने के लिए उत्सुक थे
रोहित ने आगे कहा, ''मैं पसंद करूंगा कि आगे चलकर दुनिया भर की टीमें नंबर 8, नंबर 9 तक बेहतर बल्लेबाजी करे। हर्षल पटेल जब हरियाणा के लिए खेलते हैं तो उनके लिए बल्लेबाजी की शुरुआत करते हैं। और फिर दीपक, हमने देखा कि उसने श्रीलंका में क्या किया था। चहल भी बल्लेबाजी करने के लिए उत्सुक थे।'' बता दें कि निचले क्रम के भारतीय बल्लेबाजों ने भी अहम योगदान किया। छठे नंबर पर आकर वेंकटेश ने 15 गेंदो में 20 रन बनाए। 8वें स्थान पर हर्षल पटेल ने 11 गेंदों में 18 रन बनाए तो दीपक चाहर ने 8 गेंदों में नाबाद 21 रन बनाए, जिसकी बदाैलत भारतीय टीम 20 ओवर में 7 विकेट खोकर 184 रन बना सकी। जवाब में कीवी टीम 111 पर ढेर हो गई।