नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग के 28वें मैच में दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम पर सनराइजर्स हैदराबाद की टीम का सामना राजस्थान रॉयल्स से हुआ, जहां पर राजस्थान की टीम ने अपने सलामी बल्लेबाज जोस बटलर (124) की शतकीय पारी के दम पर 220 रनों का स्कोर खड़ा किया और हैदराबाद की टीम को 165 रनों पर रोक कर 55 रनों से जीत हासिल की। सनराइजर्स हैदराबाद की टीम के लिये इस मैच में कप्तानी में बदलाव देखने को मिला और पूर्व कप्तान डेविड वॉर्नर से न सिर्फ कप्तानी छिनी बल्कि उन्हें प्लेइंग 11 से भी बाहर कर दिया गया। इस बीच नये कप्तान केन विलियमसन मैदान पर नई रणनीति के साथ गेंदबाजों को चलाते हुए दिखे।
इसी के चलते हैदराबाद के दिग्गज लेग स्पिनर राशिद खान 2019 के बाद पहली बार पावरप्ले में गेंदबाजी करते नजर आये। इतना ही नहीं पारी के 11वें ओवर तक विलियमसन ने राशिद खान के चारों ओवर डलवा दिये थे। मैच के बाद कप्तान केन विलियमसन ने अपने इस फैसले के पीछे का कारण बताने का काम किया।
और पढ़ें: सुरेश रैना, क्रिस गेल के खास क्लब में शामिल हुए मयंक अग्रवाल, नाम किया IPL का खास रिकॉर्ड
इस पर बात करते हुए केन विलियमसन ने कहा,'हमें पता था कि जोस बटलर और संजू सैमसन राजस्थान रॉयल्स की बल्लेबाजी की अहम कड़ी हैं, तो हम उनके खिलाफ राशिद की ज्यादा से ज्यादा गेंदें करवाना चाहते थे क्योंकि हमें पता था कि उनके सामने विकेट आने के ज्यादा मौके बनेंगे। यह मैच हमारे लिये काफी हद तक चरित्र निर्माण के लिये था, हमें इस हार को पचाना होगा और आगे बढ़ना होगा। यह मैच कभी भी बदल सकता है। हमें हर दिन अपनी रणनीति को लेकर क्लियर रहना होगा कि हम क्या करना चाहते हैं।'
गौरतलब है कि केन विलियमसन ने तीसरे ओवर में राशिद खान को गेंद थमान का काम किया जिन्होंने यशस्वी जायसवाल का विकेट लेकर टीम को पहली सफलता दिलाने का काम किया। हालांकि इसी ओवर में राशिद खान ने हैदराबाद को मिले इकलौते डीआरएस को भी गंवाने का काम किया जिसका खामियाजा हैदराबाद को 5वें ओवर में भुगतना पड़ा।
और पढ़ें: DC vs PBKS: जब अक्षर पटेल ने एक ही गेंद पर किया दो रन आउट, एक ही दिशा में भागे दोनों खिलाड़ी
पारी के 5वें ओवर में जोस बटलर एलबीडबल्यू आउट थे लेकिन अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया। वहीं पर हैदराबाद के पास डीआरएस न होने के चलते वह अंपायर के फैसले को चुनौती नहीं दे सके। इस वक्त बटलर सिर्फ 7 रन के स्कोर पर खड़े थे। हैदराबाद को यह रिव्यू 114 रन महंगा पड़ा।