गेंद को अच्छी तरह से टाइम किया था
गायकवाड़ ने कहा, ''शुरुआत में विकेट थोड़ा धीमा था। राजस्थान के गेंदबाजों ने पावरप्ले में अच्छी शुरुआत की। मैंने योजना बनाई थी कि 13वें या 14वें ओवर तक बल्लेबाजी करता रहूं ताकि फिर बाद में इसका फायदा उठा सकूं। मैं सिर्फ गेंद को समय देने और अपनी पारी को आगे बढ़ाए रखने पर ध्यान दे रहा था। दिन के अंत में टीम का स्कोर मायने रखता है। अपका व्यक्तिगत स्कोर कितना है, यब कोई मायने नहीं रखता, जब तक कि आपकी टीम जीत नहीं रही हो। हमने पहले 160 तक जाने के लिए सोचा था। फिर मैंने सोचा 170, 180 और आखिर में हमें 190 मिल गया। गायकवाड़ ने आखिरी गेंद पर छक्का लगाने की योजना पर कहा, ''मैंने उस गेंद को अच्छी तरह से टाइम किया था और यह बाउंड्री भी छोटी थी। इसलिए मुझे पता था कि यह एक छक्का होने वाला था। हमें अच्छी गेंदबाजी करने और अपनी योजनाओं पर अमल करने की जरूरत है।''
आखिरी ओवर में मिली 2 गेंदें
बता दें कि राजस्थान की ओर से आखिरी ओवर मुस्ताफिजुर रहमान ने फेंका। मुस्ताफिजुर को इस ओवर में 22 रन पड़े गए। उनकी क्लास रविंद्र जडेजा ने ली। आखिरी ओवर में रुतुराज को शतक के लिए 5 रन चाहिए थे। लेकिन स्ट्राइक पर जडेजा थे। जडेजा ने पहली गेंद पर चाैका जड़ा। फिर अगली गेंद पर छक्का लगाया। तीसरी गेंद वाइट रही, जिसपर फिर जडेजा ने चाैका जड़ा। चाैथी गेंद पर जडेजा ने एक रन लेकर रुतुराज को स्ट्राइक दिया। रुतुराज को आखिरी 2 गेंदों शतक पूरा करना था, लेकिन 5वीं गेंद पर कोई रन नहीं आया। हालांकि आखिरी गेंद पर रुतुराज ने मिड विकेट ओर शानदार छक्का लगाते हुए अपना शतक पूरा कर लिया।
उड़ा चुके हैं 20 छक्के
इसी के साथ रुतुराज सीएसके की ओर से राजस्थान के खिलाफ शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज बन गए। उनसे पहले राजस्थान के खिलाफ सीएसके की ओर से 2010 में मुरली विजय तो 2018 में शेन वाॅटसन शतक लगा चुके हैं। यह सीएसके टीम की ओर से आईपीएल का 9वां शतक भी रहा। रुतुराज की इस पारी की मदद से सीएसके 4 विकेट खोकर 189 रन बना सका। रुतुराज ने अब ऑरेंज कैप पर भी कब्जा कर लिया है। उनके 12 मैचों में 50.80 की एवरेज से 508 रन हो गए हैं। इसके अलावा वह सीजन में सर्वाधिक छक्कों के मामले में 20 छक्कों के साथ संयुक्त रूप से सबसे पहले स्थान पर आ गए हैं। केएल राहुल ने 11 मैचों में 20 छक्के उड़ाए हैं।