सचिन की धमक और ब्रैडमैंन की अंतिम पारी:
1948 में आज ही के दिन डॉन ब्रैडमैन ओवल में अपनी आखिरी टेस्ट पारी में शून्य पर बोल्ड हु। दूसरी तरफ आज ही के दिन मैनचेस्टर में सचिन तेंदुलकर ने अपना पहला टेस्ट शतक जमाया।
ब्रैडमैन की अंतिम पारी में शून्य:
आखिरी टेस्ट पारी में अपने करियर एवरेज को 100 तक ले जाने के लिए ब्रैडमैन को सिर्फ चार रनों की जरूरत थी। इंग्लिश लेग ब्रेक गुगली बॉलर एरिक होलीज उस टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज को दूसरी ही गेंद पर बोल्ड कर दिया। उनका वह ड्रीम विकेट था। ब्रैडमैन टेस्ट करियर में 7000 रन बनाने से भी चूक गए। आखिरकार 52 टेस्ट मैचों में 99.94 की औसत से 6996 रन के साथ उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहा।
सचिन का पहला शतक:
14 अगस्त 1990 को सचिन तेंदुलकर ने 17 साल की उम्र में अपना पहला टेस्ट शतक लगाया था। यह शतक उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में मैनचेस्टर में लगाया था।इस बाद सचिन रूके नहीं और इतिहास ने सचिन के बल्ले से 51 टेस्ट देखे।
गवास्कर का पैड:
इस टेस्ट मैच की खास बात ये थी कि सचिन अपने आदर्श सुनील गावस्कर का पैड पहनर खेल रहे थे। सचिन के शतक के बाद क्रिकेट जगत में सनसनी मच गई 17 साल का एक युवा क्रिकेटर तेज गेंदबाजों का डटकर मुकाबला कर रहा था। सचिन की इस पारी के बाद आगे जो हुआ वो इतिहास है।