नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, दक्षिण अफ्रीका के एलन डोनाल्ड और ऑस्ट्रेलिया के कैथरीन फिट्जपैट्रिक को लंदन में एक समारोह में गुरुवार को आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया। तेंदुलकर, जिन्होंने 200 टेस्ट खेले और सबसे अधिक टेस्ट रन और टेस्ट शतक लगाने का रिकॉर्ड बनाया, वे छठे भारतीय बल्लेबाज बन गए जिन्हें यह सम्मान दिया गया।।
तेंदुलकर ने अपना आखिरी टेस्ट मैच नवंबर 2013 में खेला था। "इस मौके पर तेंदुलकर ने कहा, ''मैं उन सभी का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं, जो एक लंबे अंतरराष्ट्रीय करियर में मेरी तरफ से थे। मेरे माता-पिता, भाई अजीत और पत्नी अंजलि ताकत के स्तंभ रहे हैं, जबकि मैं भाग्यशाली था कि मुझे शुरूआती मार्गदर्शन करवाने के लिए कोच रमाकांत आचरेकर जैसा कोई था।" 46 साल के तेंदुलकर की गिनती दुनिया के महान बल्लेबाजों में होती है। उनके नाम अब भी कई रिकॉर्ड दर्ज हैं जिन्हें कोई तोड़ नहीं सका है।
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'व्हाइट लाइटनिंग' के नाम से मशहूर डोनाल्ड ने टेस्ट में 330 विकेट और एकदिवसीय मैच में 272 विकेट चटकाए और यकीनन वह दक्षिण अफ्रीका के सबसे तेज गेंदबाज थे। उन्होंने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच फरवरी 2003 में खेला था। फिट्जपैट्रिक, यह पुरस्कार जीतने वाली आठवीं महिला थीं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया को दो आईसीसी महिला क्रिकेट विश्व कप जीताने में मदद की और 13 टेस्ट में 60 विकेट भी हासिल किए। वह 16 साल की उम्र में महिला क्रिकेट में सबसे तेज गेंदबाज थी, जिसने 109 मैचों में 180 विकेट के साथ अपने करियर का अंत किया।
क्या है ICC क्रिकेट हॉल ऑफ फेम
आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम ऐसा समूह या सूची है जिसका उद्देश्य क्रिकेट इतिहास के दिग्गज खिलाड़ियों की उपलब्धियों को पहचान कर उन्हें सम्मानित करना है। यह समूह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने फेडरेशन ऑफ इंटरनेशनल क्रिकेटर्स एसोसिएशन के सहयोग से शुरू किया गया है। शुरुआती दौर में इसमें 55 खिलाड़ी शामिल थे। आईसीसी के इस अवॉर्ड्स समारोह के दौरान हर साल नए सदस्यों को इसमें शामिल किया जाता है। अन्य देशों के खिलाड़ियों की तुलना में हॉल ऑफ फेम में अंग्रेज खिलाड़ियों की संख्या अधिक है।