बांग्लादेश के खिलाफ लगाया 100वां शतक
शतकों का शतक लगाने के लिए सचिन तेंदुलकर को काफी लंबा इंतजार करना पड़ा था। 100वां अंतरराष्ट्रीय शतक लगाने के लिए सचिन को तकरीबन एक साल से अधिक इंतजार करना पड़ा। लेकिन एशिया कप में मीरपुर शेर ए बांग्ला नेशनल स्टेडियम में सचिन तेंदुलकर ने यह मील का पत्थर अपने नाम किया था। सचिन तेंदुलकर ने वनडे क्रिकेट में अपना 49वां शतक लगाया और बांग्लादेश के खिलाफ अपना पहला शतक लगाया। उन्होंने शाकिब अल हसन की गेंद पर स्क्वॉयर लेग की दिशा में खेलकर सिंगल लिया और अपना शतक पूरा किया। हालांकि इस शतक के बाद सचिन ने इसका बहुत जश्न नहीं मनाया क्योंकि भारतीय दर्शकों का टीम पर इस मैच को लेकर काफी दबाव था।
एक साल करना पड़ा था इंतजार
अपनी इस पारी के बाद सचिन तेंदुलकर ने कहा था, मैं इस स्टेज पर और कुछ नहीं सोच सकता हूं, मेरे लिए यह मुश्किल दौर रहा है। मैंने सीजन की शुरुआत अच्छी की थी, लेकिन किस्मत का साथ नहीं मिल रहा था। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आपने कितने शतक लगाए हैं, आपको हर मैच में मैदान में रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है। बता दें कि सचिन तेंदुलकर ने अपना आखिरी शतक दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 12 मार्च 2011 के विश्वकप में लगाया था। यह शतक उन्होंने विश्वकप में नागपुर में लगाया था। इसके बाद तकरीबन एक साल तक सचिन को अपने अगले शतक का इंतजार करना पड़ा और आखिरकार उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 16 मार्च 2012 को अपना 100वां शतक लगाया।
कई बार चूके मौका
वर्ष 2011 में सचिन तेंदुलकर 2 बार 90 रन का आंकड़ा पार करने के बाद आउट हो गए। इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में उन्होंने 91 रन बनाए और वेस्ट इंडीज के खिलाफ 94 रन बनाकर आउट हो गए। जबकि मोहाली में वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ सचिन 85 रन बनाकर आउट हो गए थे। 100वें शतक के बाद सचिन ने कहा था कि जब मैंने 99वां शतक लगाया तो किसी ने इसके बारे में बात नहीं की, मेरे खयाल से मीडिया ने इस बारे में बात शुरू की। जहां भी मैं जाता था लोग मुझसे 100वें शतक के बारे में पूछते थे। अपने 100वें शतक में सचिन ने 114 रन की पारी खेली और मशरफे मुर्तजा की गेंद पर आउट हो गए थे।