नई दिल्ली। क्रिकेट का मायना बदलने वाले खिलाड़ी की अगर हम बात करें तो उसमें एक नाम जो सबसे ऊपर आता है वो है सचिन रमेश तेंदुलकर का । उनके प्रदर्शन और रिकॉर्ड ने ही उन्हें क्रिकेट का भगवान बनाया। मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के 6 साल बाद भी अपने अनूठे रिकॉर्ड के चलते टॉप पर बने हुए हैं। गौरतलब हो कि भारत के लिए 463 वनडे मैच खेलने वाले सचिन वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा चौके लगाने वाले बल्लेबाजों की लिस्ट में अभी भी टॉप पर कायम हैं। साल 2012 में इंटरनेशनल वनडे क्रिकेट से संन्यास ले चुके सचिन के नाम 452 पारियों में 2016 चौके लगाने का रिकॉर्ड हैं।
सचिन के बाद इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर श्रीलंका के दिग्गज सलामी बल्लेबाज सनथ जयसूर्या हैं, जिन्होंने 445 मैचों की 433 पारियों में 1500 चौके लगाए हैं। जयसूर्या के टीम साथी रहे पूर्व कप्तान कुमार संगाकारा 404 वनडे मैचों में 1385 चौकों के साथ तीसरे नंबर पर हैं। अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को दो बार खिताब जीता चुके पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग 375 मैचों में 1231 चौकों के साथ चौथे नंबर पर हैं। ऑस्ट्रेलिया के ही पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट 287 मैचों में 1162 चौके लगाकर इस मामले में पांचवें नंबर पर है।
वेस्टइंडीज के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल मौजूदा समय में इकलौते ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने अभी तक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास नहीं लिया है और 1000 से अधिक चौके लगाए हैं। गेल 276 वनडे मैचों में अब तक 1061 चौके जड़ चुके हैं। इनके अलावा पूर्व भारतीय विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (251 मैचों में 1132 चौके), सौरभ गांगुली (311 मैचों में 1122 चौके), श्रीलंका के दिग्गज महेला जर्यवर्धने (448 मैचों में 1119 चौके) हैं।
पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज और दीवार के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ ने 344 मैचों में 950 चौके जरूर जड़े हैं, लेकिन उनके नाम केवल 42 छक्के दर्ज हैं। सचिन के नाम जहां सबसे ज्यादा चौके लगाने के रिकॉर्ड है तो वहीं पाकिस्तान के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी शाहिद अफरीदी के नाम सबसे ज्यादा छक्के उड़ाने का रिकॉर्ड है। अफरीदी ने 398 मैचों में 351 छक्के लगाए हैं। इसके बाद क्रिस गेल 275 छक्कों के साथ दूसरे नंबर पर हैं। ऐसे में सचिन का यह खास रिकॉर्ड तोड़ पाना किसी भी खिलाड़ी के लिए बड़ी चुनौती है।