नई दिल्ली। क्रिकेट में हाल फिलहाल के दिनों में बहुत परिवर्तन देखने को मिला है। यह बात किसी से छिपी नहीं है की पहले की तुलना में आज के समय में रन बनाना आसान है। वहीं गेंदबाजों के लिए मैच अब उतना आसान नहीं रह गया है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रही 5 मैचों की सीरीज में कई ऐसे रिकॉर्ड बने जो क्रिकेट इतिहास में पहली बार हुए। मसलन इस सीरीज के तीसरे मुकाबले में इंग्लैड की टीम ने 481 रन बनाकर वनडे मैच में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज किया । वहीं इस सीरीज के चौथे मुकाबले में इस टीम ने ऑस्ट्रेलिया के 311 रनों के लक्ष्य को आसानी से 45वें ओवर में ही हासिल कर लिया। इस कारनामे के बाद इंग्लैंड के खिलाड़ियों की खूब प्रशंसा हो रही है, लेकिन क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को ये बास कुछ ज्यादा रास नहीं आई है। सचिन क्रिकेट में बन रहे रनों के इस अंबार से चिंतित दिखे और उन्होंने ट्विटर पर अपना दुख भी जताय़ा।
Having 2 new balls in one day cricket is a perfect recipe for disaster as each ball is not given the time to get old enough to reverse. We haven’t seen reverse swing, an integral part of the death overs, for a long time. #ENGvsAUS
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) June 21, 2018
सचिन ने कही बड़ी बातः तेंदुलकर ने ट्विटर पर लिखा, 'वनडे में दो नई गेंदों का इस्तेमाल नाकामी को न्यौता देने जैसा है। गेंद को उतना समय ही नहीं मिलता कि रिवर्स स्विंग मिल सके। उन्होंने आगे लिखा कि हमने डैथ ओवरों में लंबे समय से रिवर्स स्विंग नहीं देखी। वहीं उनकी इस बात का समर्थन करते हुए पाकिस्तान के दिग्गज गेंदबाज रहे वकार युनूस ने कहा कि ही वजह है कि अब आक्रामक तेज गेंदबाज नहीं निकलते। सभी रक्षात्मक खेलते हैं। सचिन से पूरी तरह सहमत हूं। रिवर्स स्विंग लुप्त ही हो गई है। गौरतलब हो कि आईसीसी ने अक्टूबर 2011 में वनडे में दो नई गेंदों का प्रयोग शुरू किया था।
Having 2 new balls in one day cricket is a perfect recipe for disaster as each ball is not given the time to get old enough to reverse. We haven’t seen reverse swing, an integral part of the death overs, for a long time. #ENGvsAUS
— Sachin Tendulkar (@sachin_rt) June 21, 2018