अतीत में जो प्रदर्शन किया है वो कोई मायने नहीं रखता
अपने यूट्यूब चैनल पर बोलते हुए सलमान ने कहा, "अतीत को देखने की क्या जरूरत है? वह निश्चित रूप से खेलेंगे क्योंकि वह टीम के उपकप्तान हैं। अगर वह अब डब्ल्यूटीसी फाइनल में अच्छा करता है, तो अतीत में उन्होंने जो प्रदर्शन किया है वो फिर कोई मायने नहीं रखता। मुझे यकीन है कि वह इसे ऐसे ही देख रहा है। यही अवसर है। उनकी आलोचना का इतिहास शून्य हो जाएगा। वह शानदार खिलाड़ी हैं। इंग्लैंड में उनका शतक है और इसे दोहराया जा सकता है। ऑस्ट्रेलिया में उनका शतक है, उन्होंने टीम को जीत दिलाई। बहुत सारी चीजें उनके हक में हैं। यह लोगों की पसंद है कि वे क्या देखना चाहते हैं।"
रहाणे अच्छा प्रदर्शन करने के लिए आलोचना का इस्तेमाल कर रहे हैं
दाएं हाथ के बल्लेबाज रहाणे ने स्वीकार किया कि आलोचना ने उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने में मदद की है। बट को भी लगता है कि यह सही तरीका है और रहाणे को मोटिवेशनल फैक्टर के रूप में इसका इस्तेमाल करके अच्छा प्रदर्शन करने का समर्थन किया। 2014 के दौरे के दौरान लॉर्ड्स में अपने शानदार जवाबी शतक के अलावा, रहाणे के पास को खास आंकड़े नहीं रहे हैं, क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड में 10 टेस्ट में सिर्फ 29.26 का औसत बनाया है।
इंग्लैंड में एक शतक और 4 अर्धशतक लगा चुके हैं रहाणे
बता दें कि रहाणे ने इंग्लैंड में एक शतक और 4 अर्धशतक लगा चुके हैं। उन्होंने अंग्रेजों की धरती पर अब तक 10 टेस्ट मैचों में 556 रन बनाए हैं। उन्होंने अभी तक 73 टेस्ट मैचों 4583 रन जुटाए हैं जिसमें 12 शतक और 23 अर्धशतक शामिल है। यही नहीं, रहाणे विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय भी हैं। उन्होंने 17 मैचों में कुल 1095 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 3 शतक और 6 अर्धशतक निकले हैं।