नई दिल्ली। पूर्व श्रीलंकाई क्रिकेटर सनथ जयसूर्या अब क्रिकेट प्रशासन में कोई भी भूमिका नहीं निभा पाएंगे। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उनपर क्रिकेट के सभी प्रारूपों से दो साल के लिए बैन लगा दिया है। आईसीसी ने एंटी करप्शन कोड का उल्लंघन करने पर ये एक्शन लिया है। उन्हें आईसीसी के नियम- आर्टिकल 2.4.6 (आईसीसी की जांच में सहयोग ना करना) और आर्टिकल 2.4.7 (आईसीसी की जांच में बाधा डालना व सबूतों के साथ छेड़छाड़) के तहत दोषी पाया गया ।
आरोप था कि सनथ जयसूर्या ने दो बार आईसीसी के एंटी करप्शन कोड का उल्लंघन किया था और अब नियमों के मुताबिक उन पर प्रतिबंध लगाया गया है। आईसीसी के इस फैसले को अब सनथ जयसूर्या ने भी मान लिया है। आईसीसी के जनरल मैनेजर (एसीयू) एलेक्स मार्शल ने कहा, 'इस नियम के तहत मिली सजा ये दर्शाती है कि आईसीसी की जांच में सहयोग करना कितना महत्वपूर्ण है। ये कोड क्रिकेट में भ्रष्टाचार दूर करने व उसकी जांच में सहयोग करने के लिए अहम है।' जयसूर्या श्रीलंका क्रिकेट (SLC) के चयनकर्ता थे जिस दौरान उनकी भूमिका पर कई सवाल उठे और अब आईसीसी ने मंगलवार को सख्त फैसला सुनाते हुए उन्हें दो साल के लिए क्रिकेट के सभी प्रारूपों से प्रतिबंधित किया है।
BREAKING: Sanath Jayasuriya has been banned from all cricket for two years after admitting breaching two counts of the ICC Anti-Corruption Code.https://t.co/6VdTP6I2jL
— ICC (@ICC) February 26, 2019
फिक्सिंग का था शक
यह मामला जुलाई 2017 में हंबनटोटा में श्रीलंका और जिंबाब्वे के बीच खेले गए मुकाबले की जांच से जुड़ा हुआ है। जयसूर्या तब चीफ सेलेक्टर थे और श्रीलंका को सीरीज में 3-2 से हार का सामना करना पड़ा था। आईसीसी अधिकारियों को इस सीरीज में स्पॉट फिक्सिंग और भ्रष्टाचार की अन्य गतिविधियों को लेकर शक था। भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में जांच कर रही एसीयू (एंटी करप्शन यूनिट) को जयसूर्या ने इस बाबत गलत जानकारी दी कि उनके पास कितने मोबाइल फोन हैं। वहीं, उन्होंने उन्होंने गलत जानकारी देने से पहले अपने एक सिमकार्ड को छिपाने के अलावा अपने एक मोबाइल को भी नष्ट कर दिया। इसके अलावा जब एसीसी ने साल के शुरू में जयसूर्या से संपर्क किया, तो उन्होंने अपना कोई भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण यूनिट को सौंपने से इनकार कर दिया।