नई दिल्ली। हाल ही में भारतीय क्रिकेट टीम के लिए विक्रम राठौड़ को संजय बांगड़ की जगह टीम के बैटिंग कोच के रूप में चुना गया, जबकि भरत अरुण (गेंदबाजी कोच) और आर. श्रीधर (फील्डिंग कोच) को बरकरार रखा। बांगड़ पिछले 5 सालों से बैटिंग कोच थे। उन्हें उम्मीद थी कि वो फिर से एक्सटेंशन मिलेगा, लेकिन वर्ल्ड कप के बाद मुख्य कोच के सहयोगी स्टाफ के रूप में उन पर भरोसा नहीं जताया गया। अब खबर है कि विंडीज दाैरे पर बांगड़ राष्ट्रीय चयनकर्ता देवांग गांधी के रूम में जबरदस्ती घुस आए और खुद को बैटिंग कोच के रूप में हटाए जाने नाराज बांगड़ ने गांधी पर जमकर भड़ास निकाली।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बीसीसीआई के एक अधिकारी ने बताया है कि बांगड़ होटल में देवांग गांधी के कमरे में घुसे और अनुशासन का पालन ना करते हुए बात की। यहां तक कि उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि टीम उनके साथ है। सूत्र ने बताया, 'बांगड़ इंटरव्यू वाले दिन देवांग गांधी के कमरे की ओर गए और वहां दरवाजा खटखटाया। वह चाहते थे कि सिलेक्टर्स इस बात को समझें कि बीते 5 सालों से वह टीम के साथ हैं और खिलाड़ियों को अच्छे से समझते हैं तो ऐसे में उन्हें बैटिंग कोच के पद से हटाने का फैसला उल्टा पड़ सकता है। बांगड़ की नजर में बैटिंग कोच बदलने की कोई जरूरत नहीं है।'
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रिपोर्ट के अनुसार, बांगड़ ने यहां तक कहा कि अगर चयनकर्ता उन्हें बल्लेबाजी कोच के तौर पर उपयुक्त नहीं मानते तो उन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में कोई भूमिका दी जाए. बता दें कि टीम इंडिया का सपोर्ट स्टाफ नियुक्त करने का अधिकार राष्ट्रीय चयन समिति के पास है। सूत्र ने बताया, 'एनसीए में नियुक्ति करना सिलेक्शन कमिटी का काम नहीं है। बोर्ड बांगड़ के इस व्यवहार से बेहद नाराज है। बांगड़ से जुड़ी ऐसी कई घटनाओं प्रशासनिक समिति के ध्यान में लाए गए हैं।' इस बीच खबर है कि बीसीसीआई की ओर से बुधवार को यह साफ कर दिया गया है कि अगर टीम मैनेजर या हेड कोच रवि शास्त्री संजय बांगड़ के खराब व्यवहार को अपनी रिपोर्ट में बताते हैं, तो बोर्ड उनके इस व्यवहार पर जवाब मांगेगा।