नई दिल्ली: संजय बांगड़, रवि शास्त्री कोचिंग स्टॉफ के एकमात्र ऐसे सदस्य थे जिनको उनके पद से हटाया गया। इसके बाद बांगड के राष्ट्रीय चयनकर्ता देवांग गांधी के रूम में जबरदस्ती घुसने और खुद को बैटिंग कोच के रूप में हटाए जाने नाराज बांगड़ ने गांधी पर जमकर भड़ास निकाली थी। इन सब बातों के चलते बांगड़ की काफी किरकिरी हुई थी। बांगड़ ने अब स्वीकार किया है कि कोच पद से हटाए जाने के बाद उनको निराशा हुई थी।
इस बारे में बात करते हुए बांगर ने बताया, 'निराश होना नेचुलर है जो केवल कुछ ही दिनों तक रहता है। लेकिन मैं बीसीसीआई का और सभी कोचों, डंकन (प्लेचर), अनिल (कुंबले) और रवि (शास्त्री) का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं जिन्होंने मुझे भारतीय क्रिकेट की सेवा पांच साल तक करने का मौका दिया।'
World Cup 2022 Qualifier: भारत ने एशियाई चैंपियन कतर को ड्रा पर रोका
बांगर ने कहा कि उनके मन में किसी के प्रति कोई नकारात्मक भावना नहीं है। उन्होंने Cricbuzz से बात करते हुए बताया, मैं 2014 से अब तक टीम की तरक्की के बारे में देखता हूं तो टीम तीन साल तक लगातार नंबर एक की पॉजीशन पर बनी रही. हमने 52 में से 30 टेस्ट मैच जीते जिसमें 13 मैच विदेशी धरती पर जीते गए थे। हमने वनडे क्रिकेट में भी लगातार जीत दर्ज की। केवल विश्व कप में हमको निराशा मिली।
वहीं नंबर चार पर बात करते हुए उन्होंने कहा, 'पूरी टीम मैनेजमैंट और चयनकर्ता नंबर चार के स्थान पर फैसले के लिए जिम्मेदार थे। चयन मौजूदा फॉर्म, फिटनेस, बाए हाथ का बल्लेबाज या फिर वह खिलाड़ी गेंदबाजी भी कर सकता है या नहीं आदि जैसे पैमाने देखे जाते थे।'
वहीं बांगर ने टेस्ट क्रिकेट पर बात करते हुए बताया कि चेतेश्वर पुजारा ने अपने गेम को अगले स्तर तक पहुंचा दिया है। जबकि रहाणे पिछले 18 महीनों में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी 50 को 100 में तब्दील नहीं कर पा रहे थे लेकिन अब उन्होंने ऐसा किया जिसके लिए बांगर ने खुशी जाहिर की। बता दें कि बांगर की जगह पर विक्रम राठौर की भारत के नए बैटिंग कोच के तौर पर नियुक्ति हुई है।