नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम में विश्व कप 2019 के बाद जिस तरह के नकारात्मक घटनाक्रम तेजी से घट रहे हैं उसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। पहले विराट कोहली और रोहित शर्मा के बीच दरार की खबरों से बात शुरू हुई जो खिलाड़ियों की पत्नियों तक भी जा पहुंची। इसी बीच चयनकर्ताओं ने विराट कोहली को वेस्टइंडीज दौरे के लिए कप्तान चुनकर सुनील गावस्कर को हैरान कर दिया। गावस्कर ने चयनकर्ताओं को कोहली के हाथों की कठपुतली बताते हुए साफ कहा कि क्या कोहली ने अपने आप से खुद को कप्तान घोषित किया है। अब गावस्कर के इस बयान पर संजय मांजरेकर ने टिप्पणी की है।
बता दें गावस्कर ने कहा था कि कोहली का कार्यकाल विश्व कप तक ही था। ऐसे में चयनकर्ताओं को एक औपचारिक बैठक बुलाकर कप्तान की घोषणा करनी चाहिए। लेकिन उन्होंने ऐसा ना करके सीधे ही कोहली को कप्तान घोषित कर दिया। गावस्कर ने यह भी कहा था कि टीम के अंदर विश्व कप में जो फैसले लिए गए थे उन पर कम से कम एक समीक्षा तो होनी चाहिए थी। इन सब बातों के बीच संजय मांजरेकर ने गावस्कर के बयान से असहमति जतायी है।
BCCI चयन समिति पर फूटा गावस्कर का गुस्सा, 'कोहली की टीम' चुने जाने पर खड़े किए सवाल
गावस्कर के बयान पर मांजरेकर ने कहा- मैं गावस्कर सर का चयनकर्ताओं और विराट कोहली को कप्तान बनाए रखने पर जो नजरिया है उससे सहमत नहीं हूं। नहीं, भारत ने विश्व कप के दौरान इतनी खराब भी परफारमेंस नहीं दी, उन्होंने 7 मैच जीते और 2 हारे। अंतिम मैच काफी कम अंतर से हारा। और चयनकर्ता के कद की तुलना में उनकी अखंडता ज्यादा मायने रखती है।
गौरतलब है कि गावस्कर ने मौजूदा चयन समिति की योग्यता पर भी सवाल उठाया, जिसमें कहा गया था कि वर्तमान समिति में बड़े कद के खिलाड़ी नहीं हैं और वे आसानी से टीम प्रबंधन के कब्जे में आ जाते हैं। उन्होंने मिड डे के एक कॉलम में आगे लिखा, "यह शायद इस समिति के लिए अंतिम चयनों में से एक है क्योंकि नई समिति को जल्द ही नियुक्त किया जाएगा। उम्मीद है कि इसमें उस कद के खिलाड़ी होंगे जो तंग नहीं होंगे और टीम प्रबंधन को यह बताने में सक्षम होंगे कि उनका काम चयनकर्ताओं द्वारा चुनी गई टीम के साथ रहना है। "