संजू हुए नजरअंदाज
जी हां, हम बात कर रहे हैं लगातार 8 मैचों में बेंच पर बैठने के बाद श्रीलंका के खिलाफ खेलने वाले संजू सैमसन की। ये वो खिलाड़ी जिसे कई दिग्गज टीम का भविष्य मानते हैं, लेकिन टीम मैनेजमेंट है जो उसे लगातार नजरअंदाज किया जा रहा है। न्यूजीलैंड दाैरे के लिए जब टीम का ऐलान हुआ तो संजू का नाम लिस्ट में ना देखकर सभी को हैरानी हुई। ऐसा नहीं है कि संजू का प्रदर्शन खराब चल रहा हो। अगर हम उनके पिछले 6 महीने का प्रदर्शन देखते हैं तो आप भी सोचने पर मजबूर होंगे कि इनको माैका क्यों ना दिया जाए?
जड़ा था दोहरा शतक
संजू ने रणजी ट्रॉफी में केरल की ओर से दो मैच खेले। इन दोनों मैचों में उन्होंने 116 और 78 रनों की पारियां खेलीं थी। फिर विजय हजारे ट्राॅफी में उन्होंने दोहरा शतक भी जमाया जिसकी तारीफ क्रिकेट दिग्गजों ने खूब की। विजय हजारे ट्रॉफी में सैमसन ने 8 मैचों में 410 रन बनाए थे, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल था। वहीं टी20 टूर्नामेंट सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उन्होंने 4 मैचों में 112 रन बनाए थे।
करीब 5 साल बाद खेला था दूसरा टी20
संजू सैमसन ने करीब 5 साल पहले भारत के लिए टी20 मैचों में डेब्यू किया था जिसके बाद उन्हें मैदान पर वापसी करते हुए 5 साल का वक्त लग गया। सैमसन ने अपना एकमात्र टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच 19 जुलाई 2015 को जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में खेला था। इसके बाद उन्हें मौका नहीं मिला। इस बीच भारत ने 73 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले और अब जाकर सैमसन को अवसर मिला है।