संजू सैमसन (Sanju Samson)
केरल का यह विकेटकीपर बल्लेबाज हर तरह के फॉर्मेट में अपनी दिलकश बल्लेबाजी का जादू बिखेर सकता है। शनिवार को ही भारत के घरेलू वनडे प्रारूप टूर्नामेंट विजय हजारे में संजू सैमसन ने आतिशी पारी खेलते हुए सबसे तेज लिस्ट ए दोहरा शतक लगाया था। अपनी इस पारी के दौरान संजू सैमसन ने 129 गेंदों का सामना किया और 21 चौके, 10 छक्के लगाकर नाबाद 212 रन बनाये। वहीं आईपीएल 2019 में उन्होंने एक शतक लगाने का कारनामा किया जबकि पिछले सीजन से पहले संजू के नाम इस टी20 लीग के सबसे युवा हाफ सेंचुरियन का रिकॉर्ड था। हाल ही में उन्हें इंडिया ए के लिए साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ खेलने का मौका मिला जिसमें उन्होंने एक फर्स्ट क्लास मैच में 91 रन की पारी खेली।
भारतीय टीम में जगह बनाने के लिए संजू को अनुभवी ऋद्धिमान साहा के अलावा युवा ऋषभ पंत और ईशान किशन से कड़ी चुनौती मिल रही है। सीमित ओवरों में पंत फिलहाल सिलेक्टर्स के फेवरेट बने हुए हैं लेकिन उम्मीद करनी चाहिए कि संजू के लिए रास्ते अभी भी खुले हुए हैं।
वहीं गौतम गंभीर ने संजू सैमसन की पारी पर बधाई देते हुए कहा कि इस खिलाड़ी में टैलेंट आतुर है बाहर आने को और प्रतिभा को बाहर आने का मौका मिलना चाहिये।
जलज सक्सेना (Jalaj Saxena)
टीम इंडिया में चुने का इंतजार करने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में दूसरा नाम जलज सक्सेना का है जिन्होंने हाल ही में घरेलू क्रिकेट में वो मुकाम हासिल किया जो वर्तमान टीम इंडिया का कोई भी खिलाड़ी हासिल नहीं कर सका है। हाल ही में इंडिया रेड और इंडिया ब्लू के बीच हुए दलीप ट्रॉफी मैच में जलज सक्सेना ने 3 विकेट हासिल किए जिसके बाद वह फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपने 300 विकेट और 6 हजार रन पूरे करने वाले एकमात्र क्रिकेटर बन गए थे। इसके बावजूद भी टीम इंडिया के 15 खिलाड़ियों के बीच उनके लिए आज तक जगह नहीं बनी और टीम इंडिया की जर्सी पहनने का सपना अभी भी सपना ही बना हुआ है। फिलहाल केरल के लिए खेल रहे जलज के सिलेक्ट न हो पाने की वजह शायद सिलेक्टर्स की मानसिकता है।
सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav)
टीम इंडिया में अपनी एंट्री का इंतजार करने वालों की फेहरिस्त में मुंबई के सूर्यकुमार यादव भी मौजूद हैं। सूर्यकुमार यादव अपने विस्फोटक अंदाज के लिए जाने जाते हैं। हर तरह के फॉर्मेट में माहिर माने जाने वाले सूर्यकुमार यादव विजय हजारे ट्रॉफी के इस सीजन में 31 बॉल में 81 और 71 बॉल में नॉटआउट 85 रन की दो बेहतरीन पारियां खेलने का कारनामा कर चुके हैं।
इसके अलावा वह मुंबई इंडियंस के साथ आईपीएल में भी जलवा बिखेरते हुए नजर आते हैं। हरभजन सिंह ने हाल ही में एक ट्वीट कर हैरानी जताई है कि लंबे समय से भारतीय टीम के लिए सिरदर्द बने हुए नंबर 4 बैटिंग पोजिशन के लिए सूर्य को अब तक आजमाया क्यों नहीं गया। इस पर एक अन्य पूर्व क्रिकेटर युवराज सिंह ने कहा कि यार मैंने तुमसे कहा था ना, उन्हें नंबर चार की जरूरत नहीं है, टॉप ऑर्डर बेहद मजबूत है। वैसे सूर्य को अपनी ही रणजी टीम के साथी खिलाड़ी श्रेयस अय्यर से चुनौती मिल रही है जिन्होंने हालिया वेस्टइंडीज दौरे पर वनडे सीरीज में शानदार प्रदर्शन किया।
प्रियांक पांचाल (Priyank Panchal)
गुजरात का यह ओपनर वैसे तो 2008 से फर्स्ट क्लास मैचों में खेल रहा है लेकिन रणजी ट्रॉफी का 2016-17 सीजन प्रियंक के करियर का अहम सीजन साबित हुआ। इस सीजन उन्होंने 1310 रन बनाए। इसके अलावा वह रणजी में ट्रिपल सेंचुरी लगाने वाले गुजरात के पहले खिलाड़ी बने। 2017-18 सीजन में वह रणजी में 542 और विजय हजारे ट्रॉफी में 367 रन बनाकर गुजरात के टॉप रन स्कोरर रहे। पिछले रणजी सीजन में पांचाल ने 898 रन बनाए। पांचाल ने मौजूदा सीजन के दौरान दलीप ट्रॉफी में इंडिया रेड को बतौर कप्तान चैंपियन बनाया। लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद चयनकर्ताओं ने 29 बरस के प्रियांक को टीम इंडिया में जगह नहीं दी है।