जडेजा पर सबके अलग-अलग बयान
कोहली ने पिच की तेजी का जिक्र करते हुए कहा था कि स्पिनर को लेने के बारे में हमने सोचा भी नहीं। हमे लगा तेज गेंदबाज पर्थ पर काफी होंगे। जब कोहली के इस बयान पर भी काफी बातें उठी तो रवि शास्त्री ने जडेजा को ना लेने का कारण उनकी फिटनेस बताया था। उन्होंने कहा था कि जब जडेजा फिट ही नहीं थे तो उनको लेकर क्या करते। इसके बाद चयनकर्ता सवालों के घेरे में आ गए थे कि कैसे उन्होंने एक अनफिट खिलाड़ी को टीम में शामिल कर दिया। लेकिन जब चयनकर्ताओं से इसका जवाब मांगा गया तो उन्होंने कहा कि वे हमेशा फिट खिलाड़ी को ही टीम में शामिल करते हैं। इन्हीं सब विरोधाभासी बयानों के बीच जडेजा को भारतीय टीम ने तीसरे टेस्ट के लिए शामिल कर लिया है।
जडेजा के कोच का शास्त्री पर पलटवार
अब रवि शास्त्री के बयान पर पलटवार करते हुए मैदान में सौराष्ट्र क्रिकेट टीम के कोच सितांशु कोटक भी आ गए हैं। उन्होंने बताया था कि जडेजा जब रणजी मैच खेल रहे थे तब वह पूरी तरह फिट थे। एक इंटरव्यू में कोटक ने शास्त्री के दावे को नकारते हुए कहा है कि रणजी ट्रॉफी सीजन के दौरान सौराष्ट्र के लिए खेलते हुए भारतीय ऑलराउंडर "पूरी तरह से फिट" थे। उन्होंने कहा, 'जब वह (जडेजा) सौराष्ट्र के लिए खेल रहे थे, तब कोई फिटनेस मुद्दा नहीं था। न ही कोई जकड़न थी। अगर कोई जकड़न या कोई चोट होती तो वह रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलता, या कम से कम उसने हमें इस बारे में बताया जरूर होता।"
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रवि शास्त्री का जडेजा पर बयान-
जबकी रवि शास्त्री ने जडेजा की फिटनेस के बारे में बात करते हुए प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा था - ‘‘जडेजा के साथ समस्या यह थी कि कंधे में जकड़ने के कारण आस्ट्रेलिया आने के चार दिन बाद उन्होंने इंजेक्शन लिया था।'' उन्होंने कहा, ‘‘इसका असर होने में कुछ समय लगा। जब वह भारत में था तब भी उसके कंधे में जकड़न थी लेकिन इसके बाद वह घरेलू क्रिकेट खेला। यहां आस्ट्रेलिया आने के बाद उसने एक बार फिर यही परेशानी महसूस की और उसे इंजेक्शन दिया गया। उसके बाद से वह बेहतर महसूस कर रहा है।"