सीन एबॉट निराश थे
2014 में शेफील्ड शील्ड में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर बल्लेबाजी कर रहे 25 वर्षीय फिलिप ह्यूज एबॉट द्वारा फेंकी गई गेंद से चोटिल हो गए थे और जमीन पर गिर गए थे। बल्लेबाजी के दौरान ह्यूज ने हेलमेट पहन रखा था, लेकिन गेंद के गले में लगने से वह गंभीर रूप से घायल हो गए। चोट के तुरंत बाद ह्यूज को स्ट्रेचर पर मैदान से बाहर ले जाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया। एबाॅट भी उसे देखने गए थे जबकि ह्यूज अस्पताल में कोमा में थे। लेकिन ह्यूस ने अपनी चोट के तीन दिन बाद 27 नवंबर को अंतिम सांस ली।
धीरे-धीरे सदमे से उभरे
इस घटना के बाद के दिन सीन एबाॅट के लिए कठिन थे। उस समय एबॉट केवल 22 साल थे। उन्होंने उस गेंद पर "आई एम सॉरी फिल" लिखा, जिसने ह्यूज की जान ली। लेकिन इस घटना के बाद, एबट टीम के साथियों, परिवार और दोस्तों की मदद से सदमे से बाहर आया और फिर से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया। धीरे-धीरे एबॉट ने इस घटना से उबरते हुए क्रिकेट में अच्छी प्रगति की और आज उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम में भी चुना गया है।
भारत के खिलाफ टेस्ट पदार्पण कर सकते हैं
एबॉट ने पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए अपना एकदिवसीय और टी 20 आई डेब्यू किया। लेकिन अब उसके पास टेस्ट में पदार्पण का मौका होगा। अगर एबाॅट को भारत के खिलाफ 17 दिसंबर से शुरू होने वाली टेस्ट सीरीज के अंतिम 11 में खेलने का मौका मिलता है, तो वह टेस्ट में पदार्पण करेंगे। इतना ही नहीं, बल्कि एबाॅट को भारत के खिलाफ वनडे और टी 20 सीरीज के लिए ऑस्ट्रेलिया टीम में भी शामिल किया गया है। भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा 27 नवंबर को एकदिवसीय श्रृंखला के साथ शुरू होगा।