नई दिल्ली। हाल ही में प्रख्यात पत्रकार रजत शर्मा को दिल्ली और ड्रिस्ट्रिक्ट क्रिकेट असोसिएशन (डीडीसीए) के प्रेजिडेंट पद के लिए चुना गया। बुधवार को उन्होंने प्रेस ब्रीफिंग की।इस दौरान उन्होंने बताया कि पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग को क्रिकेट कमिटी में शामिल किया गया है। इसके साथ ही कमिटी में सहवाग के अलावा दो अन्य खिलाड़ियों को शामिल किया गया है। सहवाग के साथ कमिटी में आकाश चोपड़ा और राहुल सांघवी भी होंगे।
क्या होता है कमिटी का काम
लोढ़ा कमिटी की सिफारिशों और बीसीसीआई गाइडलाइंस के मुताबिक कमिटी का मुख्य काम दिल्ली में क्रिकेट के उत्थान के लिए काम करना होता है। कमिटी दिल्ली में क्रिकेट की बेहतरी के सुझाव व गाइडलाइंस जारी करता है।साथी ही चयनकर्ता और कोच जैसे पदों की नियुक्ति का ध्यान रखता है।
गंभीर विशेष सदस्य के तौर पर आमंत्रित
डीडीसीएस के प्रेजिडेंट की तरफ से जारी की गई मीडिया विज्ञप्ति के अनुसार, गौतम गंभीर कमिटी में शामिल नहीं किया गया है। वह विशेष सदस्य के तौर पर आमंत्रित किए गए हैं। उनकी भूमिका पर फिलहाल कोई स्पष्टता नहीं है।
हितों के टकराव को लेकर सवाल
यह निुक्तियां भले ही लोढ़ा कमिशन नियमों के मुताबिक हुई हो लेकिन हितों के टकराव को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
गंंभीर को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि जब गंभीर ने संन्यास नही लिया है तो वह खुद चयनकर्ताओं का चयन कैसे कर सकते हैं। यही सवाल वीरेंद्र सहवाग पर भी लागू होता है। सहवाग की खुद की क्रिकेट एकेडमी है साथ ही वह क्रिकेट कमेंटेटर की भूमिका में भी नजर आते रहते हैं। इसी तरह राहुल संघवी आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस से जुड़े हैं और आकाश चोपड़ा भी कई चैनलों पर कमेंट्री करते नजर आ जाते हैं।
ऐसे में हितों का टकराव होना तो लाजमी है।डीडीसीए सचिव विनोद तिहाड़ा ने भी इस बात को माना कि हितों का टकराव वाला मुद्दा जायज है लेकिन उन्होंने कहा कि अगर लोढ़ा समीति की बातों को अक्षरश:लागू करेंगे तो क्रिकेट कमेटी में ऐसे योग्य लोग नहीं आ पाएंगे।