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सबसे पहले सहवाग ने जताया था दुख
भारतीय क्रिकेटरों में से सहवाग का ट्वीट आतंकी हमले पर पर दुख जाहिर करते हुए सबसे पहले आया था। उन्होंने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए ट्वीट किया था- जम्मू-कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए कायरतापूर्ण हमले में हमारे बहादुर जवानों की शहादत वास्तव में बहुत पीड़ादायक है। इस दुख को बयां करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। मैं हमले में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।'
गंभीर भी दिखा चुके हैं बड़ा दिल
ऐसे मुश्किल भरे समय में शहीद परिवारों को सहारा देने के लिए गाैतम गंभीर भी बड़ा दिल दिखा चुके हैं। गाैर हो कि सितंबर 2017 आतंकी हमले में शहीद हुए एएसआई अब्दुल रशीद की बेटी जोहरा की मदद के लिए आगे आए थे। गंभीर भी इन आतंकी हमलों की कड़ी निंदा करते हैं और इस बार जब देश ने कई जवान गंवा दिए तो गंभीर ने सरकार से पाकिस्तान को सबक दिखाने की बात कही। उन्होंने कहा कि अब बात सीधी आर-पार की होने चाहिए।
भारत ने वापस लिया एमएनएफ का दर्जा
पाकिस्तान अब बर्बाद होने की कगार पर खड़ा हो चुका है। पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान की गोद में बैठे आतंकी ही इन हमलों को अंजाम देते हैं। वहीं जैश-ए-मुहम्मद पर पाकिस्तान का हाथ है। लेकिन पाकिस्तान को सबक सीखाने के लिए भारत ने उससे एमएफएन का दर्जा वापस ले लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास पर हुई 'कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्यॉरिटी' में पाकिस्तान को मिले इस दर्जे को 22 वर्षों बाद खत्म करने का फैसला किया गया। इस अति-उच्चस्तरीय बैठक में शामिल वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मीडिया को इसकी जानकारी दी।
लेथपोरा इलाके में हुआ हमला
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में गुरुवार को एक आत्मघाती में सीआरपीएफ के 42 जवान शहीद हो गए। पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अपनी विस्फोटकों से लदी एसयूवी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की बस से टकरा दी और उसमें विस्फोट कर दिया। यह हमला श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर लेथपोरा इलाके में हुआ। पाकिस्तान की गोद में बैठकर आतंकी संगठन चलाने वाले जैश-ए-मुहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी दी। वहीं भारत के साथ कई देश खड़े हो चुके हैं। अमेरिका ने किसी भी देश को आंतकियों को पनाह देने के लिए सख्त मना कर दिया है।