किसी की परछाई नहीं बनना चाहती
शैफाली वर्मा की विस्फोटक बल्लेबाजी स्किल्स के चलते फैन्स और क्रिकेट एक्सपर्टस अक्सर उनकी तुलना पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंदर सहवाग या सर विवियन रिचर्डस से करते नजर आते हैं। भले ही यह खिलाड़ी खेल जगत के दिग्गजों में शुमार हैं लेकिन शैफाली वर्मा को अपनी तुलना इन खिलाड़ियों से करना बिल्कुल भी पसंद नहीं है। शैफाली वर्मा का मानना है कि वह किसी की परछाई बनकर नहीं रहना चाहती हैं बल्कि वह अपने नाम की अलग पहचान बनाना चाहती हैं। शैफाली वर्मा ने सहवाग-रिचर्डस के साथ तुलना करने को लेकर कहा कि मैं चाहती हूं कि मैं उनसे ज्यादा से ज्यादा सीख सकूं लेकिन मैं उन्हें कॉपी नहीं करना चाहती हूं।
सहवाग से तुलना होने पर बढ़ता है आत्म-विश्वास
टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ बात करते हुए शैफाली ने कहा,'मैं सिर्फ अपने नाम से मशहूर होना चाहती हूं, मैं चाहती हूं कि लोग मुझे सिर्फ शैफाली के नाम से जाने। ऐसा नहीं है कि मैं दूसरे खिलाड़ियों को देखकर सीखना नहीं चाहती हूं। मैं उनसे सीखना चाहती हूं लेकिन मैं उन्हें कॉपी नहीं करना चाहती हूं। मैं किसी की परछाई नहीं बनना चाहती, हालांकि मुझे यह कहने में कोई दिक्कत नहीं है कि जब भी सहवाग से मेरी तुलना होती है तो मेरा आत्म-विश्वास बढ़ जाता है।'
ऑस्ट्रेलिया दौरे की तैयारी कर रही हैं शैफाली
गौरतलब है कि शैफाली अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना एक नाम बनाने को लेकर बेकरार हैं और ऐसे में यह देखना काफी शानदार होगा कि उनका करियर किस तरह से निखर कर आता है। इस युवा बल्लेबाज ने भारत के लिये अब तक एक टेस्ट मैच, 3 वने मैच और 25 टी20 मैचों में शिरकत की हैं जिसमें उन्होंने 159 टेस्ट रन, 78 वनडे रन और 665 टी20 रन बना लिये हैं।
आपको बता दें कि शैफाली ने हाल ही में महिलाओं के द हंड्रेड में हिस्सा लिया था, जहां पर बर्मिंघम फीनिक्स की ओर से खेलते हुए शैफाली वर्मा ने 8 पारियों में 140 की स्ट्राइक रेट से 171 रन बनाये। हालांकि बर्मिंघम की टीम टूर्नामेंट नहीं जीत सकी लेकिन वर्मा की शानदार पारियों के चलते उनकी जमकर तारीफ हुई है। फिलहाल शैफाली ऑस्ट्रेलिया दौरे के लिये कमर कस रही हैं जिसका आगाज 19 सितंबर से होना है।