शाहिद अफरीदी ने दी अपडेट-
शाहिद अफरीदी ने कहा है कि शाहीन के परिवार वालो ने अपने बेटे के लिए मेरी बेटी का हाथ मांगने के लिए संपर्क किया है। दोनों ही परिवार एक दूसरे के टच में है। हालांकि अफरीदी ने अभी किसी भी तरह की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है कि उनकी बेटी की शादी शाहीन शाह अफरीदी से होने ही जा रही है। अफरीदी ने केवल यह कह कर बात खत्म की- "जोड़ियां स्वर्ग में बनती हैं और अगर ऊपरवाला चाहेगा तो यह जोड़ी भी बन जाएगी।"
शाहिद अफरीदी आगे कहते हैं कि उनकी प्रार्थना हमेशा शाहीन के साथ है ताकि वे मैदान के बाहर और मैदान के अंदर सफलता हासिल करते रहे।
शाहिद अफरीदी की बेटी से सगाई करने जा रहा है पाकिस्तान का ये होनहार क्रिकेटर
शाहीन शाह अफरीदी ने भी दिया ये जवाब-
शाहीन शाह अफरीदी इस ट्वीट का रिप्लाई करने में पीछे नहीं रहे। उन्होंने अफरीदी को लाला कहते हुए उनका धन्यवाद अदा किया और शाहिद अफरीदी को पाकिस्तान का गौरव भी बताया। मजेदार बात यह है कि शाहिद अफरीदी और शाहीन शाह अफरीदी दोनों ही पाकिस्तान सुपर लीग के छठे सीजन में साथ खेले थे। अगर यह शादी होती है तो हो सकता है कि ससुर-दामाद की जोड़ी आपको क्रिकेट के मैदान पर आमने-सामने नजर आए। हालांकि अब कोविड-19 के चलते यह टूर्नामेंट स्थगित हो गया है क्योंकि प्रतियोगिता में बबल के अंदर ही कोरोना की केस बढ़ने लगे थे। तेज गेंदबाज शाहीन अफरीदी लाहौर कलंदर की ओर से खेल रहे थे जबकि आलराउंडर शाहिद अफरीदी मुल्तान सुल्तान की ओर से खेल रहे थे
बेटियों को लेकर कंजरवेटिव नजरिया रखते हैं अफरीदी-
शाहिद अफरीदी पांच बेटियों के पिता हैं और उनकी जिस बेटी से शाहीन की शादी की बात हो रही है वह 20 साल की है। शाहीन की उम्र भी इतनी ही बताई जाती है। शाहिद अफरीदी की इस लड़की का नाम अक्सा अफरीदी है। इसके अलावा उनकी चार और बेटियां हैं। अफरीदी के इस ट्वीट के बाद लगता है कि दोनों परिवारों की ओर से जल्दी ही सगाई या शादी को लेकर कोई बड़ी अपडेट आ सकती है।
शाहिद अफरीदी अपनी बेटियों को लेकर कंजरवेटिव नजरिया रखने कि लिए आलोचना के केंद्र में भी रहे हैं। उन्होंने यह साफ तौर पर कहा है की क्रिकेट उनकी बेटियों के जीवन का हिस्सा नहीं होगा। अफरीदी का कहना है कि स्त्री अधिकारों की बात करने वाले चाहे कुछ भी कहे लेकिन वे अपनी बेटियों को किसी भी तरह के उस खेल में भागीदारी करने के लिए इजाजत नहीं देंगे जो खुले मैदान में यानी कि आउटडोर में खेला जाता हो। अफरीदी ने इसके पीछे धार्मिक और सामाजिक कारण बताया था।
अफरीदी ने कहा था कि उनकी बेटियां खेलों में अच्छी है लेकिन वह पढ़ाई लिखाई में उससे भी अच्छी हैं।