कराची। पाकिस्तान क्रिकेट टीम 2011 विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत के हाथों 29 रन से हार गया था। उस समय पाकिस्तान का सेमीफाइनल में पहुंचना भी बड़ी बात रही थी, क्योंकि बाकी टीमें भी काफी मजबूत थीं। पाकिस्तान के उस समय जो कोच थे, उसकी अब पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने जमकर तारीफ की है। अरब न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अफरीदी का मानना है कि 2011 विश्व कप में पाकिस्तान के मुख्य कोच रहे बॉब वूल्मर राजनीति नहीं करते थे। इसलिए वह सफल कोच साबित हुए।
अफरीदी ने कहा, ''वह राजनीति नहीं करते थे. वह प्रत्येक खिलाड़ियों की ताकत और कमजोरी को जानते थे। जिन खिलाड़ियों को उन्होंने सर्पोट किया, उनका कभी उन्होंने नाम नहीं लिया।" बता दें कि अफरीदी 2009 से 2011 तक पाकिस्तान टीम के कप्तान थे। उन्होंने 2017 में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से रिटायर हो गए थे। इसके अलावा अफरीदी ने 2011 विश्व कप में सेमीफाइनल में मिली भारत से हार पर भी अपना पक्ष रखा।
उस मैच में अनुभवी बल्लेबाज यूनिस खान ने 32 गेंदों पर 13 रन और मिस्बाह ने 76 गेंदों पर 56 रन बनाए थे। अफरीदी भी 17 गेंदों पर 19 रन बनाकर आउट हो गए थे। अफरीदी ने कहा, "लोगों का मानना है कि उस समय मिस्बाह ने एक धीमी पारी खेली। पहली बात तो ये कि यह मिस्बाह का स्वभाव है और यह उनका खेल है। वह सेट होने में काफी समय लेते हैं। वह मैच को अंत तक ले जाने की कोशिश करते हैं, लेकिन उन्हें स्कोरबोर्ड को भी जारी रखने की जरूरत थी।"
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अफरीदी ने कहा, "रनों की गति बढ़ाने के लिए उन्हें अपनी रणनीति में बदलाव करने की जरूरत थी. लेकिन लगातार विकेट गिरने के कारण दबाव बढ़ता गया। हमारे एक-दो विकेट निकालने के बाद मैदान पर भारतीय खिलाड़ियों की शारीरिक भाषा बदल गई थी। उन्होंने हमारी टीम पर अपना दबदबा बनाना शुरू कर दिया था। हमारे एक पास एक अच्छा मौका था। मेरा मानना है कि हमने वो मैच जीतने का माैका गंवा दिया था।