वॉर्न ने अपनी आत्मकथा 'नो स्पिन' के बारे में बात करते हुए एनडीटीवी से कहा, ''सचिन तेंदुलकर और ब्रायन लारा हमारी पीढ़ी, मेरे समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज थे। उन्होंने कहा कि टेस्ट सीरीज के अंतिम दिन शतक जड़ने के लिये मैं किसी को चुनना चाहूंगा तो मैं लारा को बल्लेबाजी के लिये भेजुंगा लेकिन अगर मैं अपनी जिदंगी की खातिर बल्लेबाजी के लिये भेजना चाहूंगा तो मैं तेंदुलकर को चुनूंगा जो बेहतरीन हैं। बता दें कि दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में शुमार वार्न ने एक बार कहा था कि उनके सपनों में सचिन चौके छक्के मारते हुए नजर आते हैं। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि उन्होंने ये बात मजाक में कही थी।