नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया के महान लेग स्पिनर शेन वार्न हाल ही में लंदन स्थित अपने घर में रंगीन पार्टी करके सुर्खियों में रहे थे। यह पूर्व कंगारू क्रिकेटर एक बार फिर से गलत कारणों से चर्चाओं में छा गया है। वार्न को तेज गति से कार चलाने के कारण 12 महीनों के लिए ड्राइविंग से प्रतिबंधित कर दिया गया है। शेन वार्न ने दो साल के दौरान छठीं बार स्पीड संबंधित नियमों का उल्लंघन किया है जिसके चलते उनके लिए यह सजा सुनाई गई है।
वार्न, किंग्सटन के विंबलडन मैजिस्ट्रेट कोर्ट में एक जगुआर कार को 47 मील प्रति घंटा की रफ्तार से चलाते पाए गए जबकि वह क्षेत्र केवल 40 मील प्रति घंटा की स्पीड के अधीन रखा गया था। इसके चलते वार्न को खामियाजा भुगतना पड़ा। वार्न के लाइसेंस पर पहले से ही पांच बार स्पीड नियम तोड़ने के चलते 15 पेनाल्टी अंक लगे हुए थे।
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इस मामले की सुनवाई करते हुए डिस्ट्रिक जज एद्रियन टर्नर ने कहा, " यह ठीक है कि इसमे से कोई भी मामला ज्यादा गंभीर नहीं था लेकिन अंकों के मामले में अयोग्यता के चलते यह मामला बनता है जिसके चलते यह सजा दी जाती है जिसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि पब्लिक की सुरक्षा की जा सके। पहले से ही वार्न पर 15 अंक लगाए जा चुके हैं और तीन आज मैं लगा रहा हूं।'
बता दें कि वॉर्न ने अप्रैल 2016 से लेकर अगस्त 2018 तक छह बार गति से जुड़े नियमों का उल्लंघन किया है। इसके बाद जज ने कहा- 'इसलिए उन पर 12 महीने का प्रतिबंध लगाना जरूरी है।'
बताया गया है कि वार्न ने अपना अपराध स्वीकार भी कर लिया है। टेस्ट क्रिकेट में 708 विकेट लेने वाले वार्न इससे पहले क्रिकेट करियर के दौरान भी अनुशासनहीनता के दायरे में आते रहे हैं और फरवरी 2003 के दौरान भी उन पर ड्रग टेस्ट के दौरान प्रतिबंधित पदार्थ लेने का मामला सामने आया था जिसके बाद उनको क्रिकेट से एक साल के लिए बैन कर दिया गया था। यह मामला तत्कालीन विश्व कप शुरू होने से एक दिन पहले का है।