शेन वॉर्न ने सिखाई मैनेजमेंट की कला
गुरुवार को क्रिकेट.डॉट.एयू से एक पॉडकास्ट में बात करते हुए शेन वॉटसन ने आईपीएल की वजह से आये अपने करियर में बदलाव के बारे में बात की।
शेन वॉटसन ने कहा,' इसमें कोई शक नहीं कि रिकी पोन्टिंग ने मेरे अंदर के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी को बाहर निकालने में मदद की, पर मैं मानता हूं कि यह मेरा सौभाग्य है कि उनके अलावा भी कुछ महान कप्तानों के साथ मुझे खेलने का मौका मिला जिन्होंने मुझे निखारने का काम किया। आईपीएल के शुरुआती 4 सालों में मुझे शेन वॉर्न के अंडर राजस्थान रॉयल्स में खेलने का मौका मिला, जिसने मुझे तकनीकी रूप से काफी मजबूत किया। शेन वॉर्न ने मुझमें मैदान के अंदर और बाहर मैनेजमेंट रखने की कला को निखारा। मुझे लगता है यह दोनों ही खिलाड़ी जानते थे कि मेरे अंदर से सर्वश्रेष्ठ कैसे निकलवाना है।'
आईपीएल के सबसे शानदार कोच है स्टीफन फ्लेमिंग
शेन वॉटसन ने इस दौरान पूर्व कीवी खिलाड़ी और मौजूदा समय में चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफन फ्लेमिंग के रोल को लेकर भी बात की और बताया कि कैसे उन्होंने भी इस दिग्गज खिलाड़ी पर खासा भरोसा जताया।
शेन वॉटसन ने आईपीएल 2018 के फाइनल मैच को याद करते हुए कहा,'फाइनल में लगाई गई सेंचुरी बहुत खास थी- खास तौर पर उस समय स्टीफन फ्लेमिंग के साथ काम करने का अपना अलग अनुभव था। मैंने जितने भी कोच के साथ काम किया है उनमें वह सबसे शानदार हैं। फ्लेमिंग को क्रिकेट की बहुत अच्छी समझ है- उनकी मानसिक रूप से बेहद सुलझे हुए हैं और मैन-मैनेजमेंट भी उनका बहुत अच्छा है।'
आइसक्रीम की तरह हैं एमएस धोनी
इस दौरान शेन वॉटसन ने एमएस धोनी के साथ बतौर खिलाड़ी काम करने के अपने अनुभव को भी साझा किया और बताया कि कैसे पहली बार धोनी के खिलाफ न खेलकर उनके साथ खेलना और उन्हें समझना अच्छा रहा।
उन्होंने कहा, 'पहली बार धोनी के काम करने के बारे में बोलूं। तो, जब आप उनके खिलाफ खेलते हो, तो वह आपको आसानी से कुछ हासिल नहीं करने देते। वह मैदान पर आईसक्रीम की तरह हैं। लेकिन उन्हें जानना, उनके साथ काम करना एक शानदार अनुभव रहा। क्रिकेट के इतने चोटी के लोगों से मिलना अच्छा रहा।'