Shardul Thakur reveals the Game Changing Wicket of Gaba Test Which turns over the Match: नई दिल्ली। भारतीय टीम के तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) इंग्लैंड के खिलाफ खेली जाने वाली 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में खेलने के लिये चेन्नई पहुंच गये हैं और भारतीय टीम के साथ जुड़ गये हैं। इस दौरान शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने एक इंटरव्यू में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज के आखिरी मैच में मिली जीत को लेकर अपना अनुभव शेयर किया और बताया कि किस विकेट के बाद मैच का रुख पूरी तरह से पलट गया।
गाबा के मैदान पर खेले गये सीरीज के आखिरी और निर्णायक टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के लिये डेविड वॉर्नर और मार्कस हैरिस ने तेजी से रन बनाने की शुरुआत की थी और महज आधे घंटे में 62 रन जोड़ने का काम किया। जहां पर ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत के खिलाफ बड़ा लक्ष्य देने की ओर नजर रखे हुए था तो वहीं पर भारतीय टीम किसी तरह से मैच में वापसी करना चाह रही थी।
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इस दौरान तेज गेंदबाज शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने मार्कस हैरिस को आउट कर भारतीय टीम को पहली सफलता दिलाई और यही वो विकेट थी जहां से भारतीय टीम ने वापसी की। इस बारे में अपनी रणनीति का खुलासा करते हुए शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने बताया कि कैसे उन्होंने इस विकेट को अंजाम दिया।
शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने स्पोर्ट्स टुडे से बात करते हुए कहा, 'हमें पहले से ही उम्मीद थी कि ऑस्ट्रेलियाई टीम हमारे खिलाफ तेजी से रन बनाने के बारे में सोचेगी और ठीक ऐसा ही हुआ। उन्होंने काफी अच्छी शुरुआत की थी और दोनों बल्लेबाज तेजी से रन बटोर रहे थे। जैसे उनका प्लान क्लियर था कि तेजी से रन बनाकर बड़े टारगेट तक पहुंचना है ठीक वैसे ही हमारा प्लान भी साफ था कि डिफेंसिव बॉलिंग के बजाय ऐसी गेंदबाजी करनी है जिससे कि विकेट मिल सके। उस स्पेल में मेरा सारा फोकस विकेट निकालने पर था, इसीलिये मैंने हैरिस के सामने गुड लेंथ पर गेंदे डाली थी और जब लगा कि बाउंसर फेंकने का आ गया तो मैंने वही किया और उनका विकेट मिला। यहां से हमारे गेंदबाजों ने जबरदस्त वापसी की और मैच पलट गया।'
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गौरतलब है कि शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने इस मैच की दूसरी पारी में 61 रन देकर 4 विकेट लिए, जबकि मोहम्मद सिराज ने 73 रन देकर पांच विकेट लिए थे। वहीं जब उनसे 5 विकेट हॉल न ले पाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि सच बताउं मैं लगातार भगवान से यही प्रार्थना कर रहा था कि किसी भी तरह से यह 5 विकेट उसके खाते में चले जायें। मुझे लगता है कि यह इसके लिये बेहद जरूरी थी और वह इसका हकदार भी था।