शशांक मनोहर ने जून 2018 में कार्यकाल समाप्त होने तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के अध्यक्ष के रूप में बने रहने का फैसला किया है। उन्होंने बुधवार (10 मई) को इसकी सूचना दी। 59 वर्षीय शशांक मनोहर ने इसी साल मार्च में "व्यक्तिगत कारणों" के चलते अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
हालांकि उन्हें पूर्ण सदस्यों और एसोसिएट्स ने अध्यक्ष के रूप में बने रहने के लिए राजी कर लिया था। जिस के बाद अटकलें लगाई जा रहीं थी कि शशांक मनोहर अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले ही पद से इस्तीफा दे सकते हैं। लेकिन अब आईसीसी के निदेशकों (पूर्ण सदस्य और एसोसिएट्स) के समर्थन के परिणाम स्वरूप मनोहर ने कहा कि वह जून में होने वाले वार्षिक सम्मेलन तक चेयरमैन के रूप में बने रहेंगे। गौरतलब है कि इसी सम्मेलन में आईसीसी के संविधान में शासन और वित्त मॉडल अनुमोदन के लिए पेश होगा।
आईसीसी और बीसीसीआई में चल रहा है विवाद
आपको बता दें कि आईसीसी में राजस्व बांटवारे के मॉडल में प्रस्तावित सुधारों को पेश करने में शशांक मनोहर सबसे आगे रहे हैं। गौरतलब है कि जब 59 वर्षीय शशांक मनोहर ने जब 2015 में श्रीनिवासन की जगह बीसीसीआई के अध्यक्ष का पद संभाला था तभी से उन्होंने "बिग थ्री" (इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और भारत के बोर्ड) के खिलाफ स्पष्ट रूप से बात की थी। आपको बता दें कि रिवेन्यू मॉडल को लेकर आईसीसी और बीसीसीआई के बीच विवाद चल रहा है। अभी हाल ही में आईसीसी ने बीसीसीआई का रिवेन्यू आधा कर दिया है।
आईपीएल फाइनल के लिए भेजा है मनोहर को निमंत्रण
10 मई 2016 को मनोहर ने बीसीसीआई के अध्यक्ष के रूप में इस्तीफा दे दिया था हालांकि उसके कुछ दिनों बाद उन्हें आईसीसी के पहले स्वतंत्र अध्यक्ष के रूप में चुन लिया। आईसीसी-बीसीसीआई विवाद के बीच बीसीसीआई की प्रशासक समिति (सीओए) ने आईसीसी अध्यक्ष मनोहर को 21 मई को हैदराबाद में आईपीएल प्रीमियर लीग फाइनल में शामिल होने का निमंत्रण दिया है।