लारा के रिकॉर्ड से क्यों चूक गए वार्नर ?
वार्नर ने इसी बीच तिहरा शतक लगा दिया और जिस अंदाज में वे आगे बढ़ रहे थे उसको देखते हुए तय लग रहा था कि वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ब्रायन लारा का 400 रनों का रिकॉर्ड ध्वस्त होने को है लेकिन ऐसा नहीं हो सका और इसका कारण रहा कप्तान टिम पेन का पारी घोषित करने का फैसला। पेन ने जब पारी घोषित की तब ऑस्ट्रेलिया ने 127 ओवर खेल लिए थे और वार्नर 418 गेंदों पर 335 रन बनाकर नाबाद थे। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में दसवां उच्चतम व्यक्तिगत स्कोर दर्ज किया।
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इस प्रक्रिया के दौरान, वार्नर ने पूर्व कप्तान मार्क टेलर, माइकल क्लार्क और सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के व्यक्तिगत योग को तोड़ दिया। पेन के फैसले की धज्जियां सोशल मीडिया पर जमकर उड़ाई गई हैं। इसी बीच शशि थरूर ने टिम पेन की घोषणा पर अपने विचार साझा किए हैं।
टिम पेन पर निकला थरूर का गुस्सा-
थरूर ने ट्विटर पर लिखा, जहां उन्होंने लिखा, "इस गर्मी में डेविड वार्नर ने इंग्लैंड के खिलाफ एशेज श्रृंखला में 10 पारियों में 95 रन बनाए। पाक के खिलाफ, उन्होंने पिछले सप्ताह 1 टेस्ट में 150+ स्कोर किया और कल के दूसरे में 335 नाबाद रहे। एक अनावश्यक समयपूर्व पारी घोषणा ने उन्हें विश्व रिकॉर्ड बनाने नहीं दिया। अफसोस की बात है।"
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थरूर ने यह भी कहा कि आंकड़े और रिकॉर्ड क्रिकेट को रोचक बनाते हैं और पेन को इंतजार करना चाहिए था।
उन्होंने कहा, '' क्रिकेट का आनंद इसके रिकॉर्ड हैं। आंकड़े लुभाना जारी रखते हैं। क्रिकेट टीमों को रिकॉर्ड के लिए जाना चाहिए जब भी वे कर सकती हैं। झोली में 1 टेस्ट और कमजोर पाक टीम के खिलाफ जीत की संभावना (जो जल्द ही 6 के लिए 89 पर सिमट गई) होते हुए भी क्यों जल्दी घोषित किया? "
टिम पेन के फैसले लोगों की राय अलग-अलग
बता दें कि डीन जोन्स जैसे कुछ कंगारू लोगों ने इसे ऑस्ट्रेलियाई संस्कृति के एक हिस्से के रूप में बताया है जहां टीम हमेशा व्यक्तिगत फायदे की तुलना में ऊपर देखी जाती है। वहीं दूसरों ने महसूस किया कि पेन को वार्नर को कुछ समय देना चाहिए था, क्योंकि यह एक बार में एक बार आने वाला अवसर था और पाकिस्तान की हालत ऐसी नहीं है कि वह ऑस्ट्रेलिया को जीतने से तब भी रोक सके।