नई दिल्ली। पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच ना केवल कूटनीतिक संबंध प्रभावित हुए हैं बल्कि खेल संबंध भी धरातल में पहुंच गए हैं। इन दो पड़ोसी देशों के मध्य खेल संबंधों पर असल ऐसे समय पड़ा है जब विश्व स्तर पर ग्लोबल खेल प्रतियोगिताओं की तैयारियां जोरों पर हैं। चाहे इनमें क्रिकेट विश्व कप हो या फिर 2020 में होने वाले ओलंपिक के लिए क्वालिफायिंग प्रतियोगिताएं, दोनों ही स्तर पर भारत और पाक के मध्य तनाव चरम पर देखा जा सकता है।
क्रिकेट विश्व कप 2019, 30 मई को शुरू होने वाला है जिसमें दुनिया की शीर्ष 10 क्रिकेट टीमें हिस्सा लेंगी। इस प्रतियोगिता में भारत और पाकिस्तान को भी एक मैच 16 जून को खेलना है। ऐसे में बीसीसीआई की ओर से आईसीसी पर दबाव डालने की कोशिशें की जा रही है कि वह विश्व कप से पाकिस्तान का बहिष्कार करे। इस बारे में कांग्रेस के नेता शशि थरूर का एक बड़ा बयान सामने आया है। थरूर ने कहा है- '1999 में जब कारगिल हमला हुआ था तब भी भारत ने पाकिस्तान के साथ विश्व कप में मैच खेला था और जीता भी था। इस साल अगर हम पाकिस्तान के साथ नहीं खेलते हैं तब ना केवल हम दो अंकों का नुकसान झेलेंगे बल्कि यह समर्पण करने से भी ज्यादा बुरा होगा। क्योंकि आप बिना लड़े ही हार जाओगे।'
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बता दें कि इससे पहले भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर भी यह बात दोहरा चुके हैं कि भारत को पाकिस्तान के साथ विश्व कप में होने वाले मैच से बचना नहीं चाहिए बल्कि पाकिस्तानी टीम को यह मुकाबला हराकर विश्व कप से बाहर का रास्ता दिखाने में अपनी भूमिका निभानी चाहिए। गौरतलब है कि मौजूदा समय में भारत और पाकिस्तानी टीम में काफी बड़ा अंतर है। इस समय केवल इंग्लैंड और भारत ही विश्व कप जीतने के लिए तगड़े दावेदारों में माने जा रहे हैं और इनके मुकाबले पाकिस्तानी टीम किसी भी गिनती में शामिल नहीं है।