नई दिल्ली। सचिन तेंदुलकर ने जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था तो किसी ने सोचा नहीं था कि पांच फुट पांच इंच का ये बल्लेबाज 6 फुट से भी लंबे गेंदबाजों का सामना कर पाएगा। लेकिन सचिन ने दिखाया कि जुनून किसी भी चुनाैती को धाराशाही करने के लिए काफी है। सचिन को आउट करना हर गेंदबाज के लिए चुनाैती होती थी। इन्हीं गेंदबाजों में से एक थे दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान शॉन पोलाक जो मध्य तेज गति के गेंदबाज रहे। पोलाक ने सचिन को अपनी पीढ़ी का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज माना है।
पोलाक ने कहा,"वह अपने खेल को अच्छी तरह से समझते थे और उस अनुसार अपने आप को ढाल लेते थे।" पोलाक ने सचिन से जुड़ा एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि एक बार ऑस्ट्रेलिया जाने से पहले मेरी और उनकी बात हुई थी और उन्होंने मुझे कहा था कि वो शॉर्ट पिच गेंदों को खेलने नहीं जाएंगे और वो इसे विकेटकीपर और स्लिप के ऊपर खेलेंगे।
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इतना ही नहीं इस खिलाड़ी ने आगे कहा कि सचिन तेंदुलकर को उपमहाद्वीप में आउट करने को लेकर समस्या होती थी। शॉन पोलाक ने कहा कि कई बार उपमहाद्वीप में ऐसा समय होता था, जहां आपने सोचते थे, मुझे नहीं लगता कि मैं इस खिलाड़ी को आउट कर पाउंगा। ऐसे में आप उम्मीद करते थे कि वो गलती करें, बजाए इसके कि हम एक प्लान के तहत उन्हें आउट करें।
पोलाक ने कहा "मैंने काफी बल्लेबाजों को गेंदबाजी की है, लेकिन सचिन तेंदुलकर को गेंदबाजी करना मेरे लिए सबसे मुश्किल काम रहा है। सचिन तेंदुलकर काफी कमाल के बल्लेबाज थे। उनका कद काफी छोटा था, लेकिन उनकी बल्लेबाजी अद्भुत थी।" उन्होंने आगे कहा,"सचिन तेंदुलकर ने जिस तरह से हर गेंदबाज के खिलाफ बल्लेबाजी की है वो कमाल की थी। सचिन तेंदुलकर काफी सोचकर और अभ्यास करके खेलते थे जिस वजह से उनको इतनी सफलता मिली।" बता दें कि शॉन पोलाक ने सचिन तेंदुलकर को वनडे में 9 बार आउट किया है और वो तेंदुलकर को सबसे ज्यादा बार पवेलियन की राह दिखाने के मामले में गेंदबाजों की सूची में चौथे स्थान पर हैं।