धवन को रणजी ट्रॉफी में बढ़िया प्रदर्शन की उम्मीद
भारत के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन टेस्ट में अपने स्थान को पुनः प्राप्त करने के लिए आगामी रणजी ट्रॉफी में बड़ी दस्तक दे रहे हैं। सैयद मुश्ताक अली के बाद, धवन रणजी ट्रॉफी में दिल्ली का प्रतिनिधित्व करेंगे और क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप में अपने करियर को फिर से जीवित करने की एक आखिरी कोशिश करेंगे। धवन ने आखिरी बार सितंबर 2018 में टेस्ट खेला था। रणजी प्रथम श्रेणी का आयोजन 9 दिसंबर से शुरू होगा। जब धवन से उनकी टेस्ट क्रिकेट महत्वाकांक्षाओं के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "बिल्कुल, मैं क्रिकेट खेलना पसंद करता हूं और हमेशा यह सुनिश्चित करता हूं मेरा फोकस बरकरार रहे और अन्य चीजें अपने दम पर चलें। मैं टी 20 (मुश्ताक अली) खेलूंगा। मैं रणजी ट्रॉफी भी खेलूंगा और मुझे पता है कि मैं मजबूत रहूंगा।
टेस्ट में वापसी पर क्या बोले धवन-
बुधवार (13 नवंबर) को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही। यह पूछने पर कि वह इस समय अपना करियर कैसे देख रहे हैं, 33 वर्षीय ने कहा, "मैं काफी संतुष्ट हूं। मैं लगातार प्रदर्शन करना चाहता हूं। मेरी ऊर्जा का स्तर और दृढ़ संकल्प वही है। " बता दें कि धवन के नाम पर तब से कोई बड़ा स्कोर नहीं है, जबसे वह अंगूठे की चोट से वापस आए जिसने उन्हें विश्व कप के बीच से बाहर कर दिया था। बांग्लादेश के खिलाफ हालिया टी 20 सीरीज में, धवन ने 42 गेंदों में 41 रन बनाए, उनके फॉर्म और स्ट्राइक रेट पर सवाल उठाए गए थे। इस पर बाएं हाथ के खिलाड़ी ने स्वीकार किया कि वह उस खेल में अधिक आक्रामक हो सकते थे।
राजस्थान रॉयल्स से बाहर हुए रहाणे, अश्विन के बाद IPL की सबसे बड़ी ट्रेडिंग हुई
किया पंत का बचाव-
धवन ने कहा, "यह सीरीज (बांग्लादेश के खिलाफ) मेरे लिए अच्छी रही। दक्षिण अफ्रीका (टी 20 फिर से) के खिलाफ मुझे लगा कि मैंने अच्छा और आक्रामक खेला है। लेकिन दिल्ली में यह खेल, मैंने पिच की प्रकृति को देखते हुए सावधानी से खेला। उस खेल में थोड़ा और अधिक आक्रामक खेला जा सकता था। लेकिन फिर से यही मेरे लिए सीखने की बात थी। अगले गेम में, मैं निडर होकर खेल रहा था। पिछले मैच में भी"। इसी बीच धवन ने पंत का भी समर्थन किया, जो अपनी बल्लेबाजी के साथ-साथ अपनी विकेट-कीपिंग के लिए आलोचना का सामना कर रहे हैं। धवन का कहना है कि हर खिलाड़ी एक चरण से गुजरता है जब वह रन नहीं बना रहा होता है। यह उसके बस की बात नहीं है।