क्या है मामला?
अख्तर को फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी ने समन भेजा है और उन्हें इस एजेंसी ने अपना बयान दर्ज कराने के लिए बुलाया है। शोएब अख्तर को साइबर स्टॉकिंग के मामले में समन भेजा गया है। शोएब अख्तर पर पीसीबी के कानूनी सलाहकार तफज्जुल रिजवी के खिलाफ गलतबयानी का आरोप है। तफज्जुल रिजवी का आरोप है कि अख्तर ने उनके खिलाफ इंटरनेट का इस्तेमाल कर बिना सबूत और आधार के बयानबाजी की है। इस बयान से नाराज रिजवी ने शोएब अख्तर पर 1 करोड़ का हर्जाना ठोक दिया है।
अख्तर ने कहा था ऐसा
अख्तर के मुताबिक रिजवी खिलाड़ियों के खिलाफ निजी एजेंडा चलाते हैं। अख्तर ने कहा था, 'पीसीबी का कानून विभाग गिरा हुआ और नाकारा है। खासतौर पर तफज्जुल रिजवी जो पिछले 10-15 सालों पीसीबी के साथ है और लगभग हर केस हारा है। रिजवी एक केस तो मुझसे भी हारा है। रिजवी ने अफरीदी और यूनिस खान को भी अदालत में घसीटा था। हमेशा स्टार खिलाड़ियों की इज्जत होनी चाहिए। रिजवी जैसे दो टके के वकीलों को कोई नहीं जानता। फजल रिजवी पीसीबी से पैसे बनाता है, केस को उलझाता है और फिर हार जाता है।'
'मुझे नहीं पता था कि हम कैसे बचे थे', संगकारा ने याद किया 11 साल पुराना आतंकी हमला
जवाब देने को तैयार हैं अख्तर
हालांकि इसके बावजूद शोएब अख्तर अपने दावों पर कायम हैं और उन्होंने कहा था कि वो तफज्जुल रिजवी के नोटिस का जवाब देंगे। बता दें शोएब ने सलमान नियाजी को अपना वकील नियुक्त किया है। बता दें शोएब अख्तर को इस मुद्दे पर यूनिस खान का भी समर्थन मिला था। यूनिस खान ने शोएब अख्तर की बात को सही ठहराया था।