लोगों को है गलतफहमी
अख्तर ने कहा कि लोगों में गलतफहमी है कि गांगुली उनसे डरते थे। उन्होंने कहा, ''मैं हैरान हूं लोंगो को लगता है कि गांगुली डरते हैं। हालांकि मैने उन्हें बहुत डराया, गेंदें भी मारी। मोहाली में एक मैच में मैने उनकी कमर के ऊपर बाउंसर मारे, इसके बाद लोगों ने कहना शुरू किया कि वो अख्तर को पुल शाॅट नहीं लगा सकते। लेकिन ये सब बकवास है। वो मेरे से डरते नहीं थे। अगर गांगुली मुझसे डरते होतो तो मेरे सामने ओपनिंग ही नहीं करते।" उन्होंने आगे कहा कि गांगुली सोचते थे कि मैं शुरूआती ओवर देख के खेलूं ताकि आगे फिर बल्लेबाजों को मुश्किल ना हो।
इमरान खान से की तुलना
इसके साथ अख्तर ने गांगुली की तुलना अपने देश के प्रधानमंत्री और पूर्व कप्तान रहे इमरान खान से की है। अख्तर ने कहा कि गांगुली में भी वही बात है जो हमारे प्रधानमंत्री इमरान खान में थी। उन्होंने कहा, "इमरान खान और गांगुली में एक बात रही कि वो नए टैलेंट को बड़ी जल्दी समझ जाते थे। इमरान ने जिन खिलाड़ियों को माैका दिया उन्होंने पाकिस्तान को कई मैच जितवाए। चाहे वो वकार युनिस हो या फिर वसीम अकरम हो। इनके अलावा भी कई खिलाड़ी लंबे समय तक हमारी टीम का हिस्सा भी रहे। ठीक वैसे गांगुली की बात है जिन्होंने कई खिलाड़ियों को आगे लाने का काम किया।"
गांगुली के कारण पाकिस्तान को हरा सका भारत
अख्तर को लगता है कि गांगुली ही वही शख्स हैं जिसने भारतीय क्रिकेट में नई जान भरी। उन्होंने कहा, "मुझे लगा कि हिन्दुस्तान क्रिकेट जो बदलने आया था, एक बंदा था और उसका नाम सौरव गांगुली था। इससे पहले 1997-98 के पहले मुझे कभी नहीं लगा कि हिन्दुस्तान शायद पाकिस्तान को हरा पाएगा। मुझे ऐसा महसूस हुआ कि भारत के पास वह सिस्टम नहीं है जिससे वह पाकिस्तान को हरा सके लेकिन सौरव के आने के बाद भारतीय क्रिकेट की मानसिक सोच बदली। भारत के लिए खेलने वाले टेलैंट को चुनने पर उन्होंने खास नजर रखी। शोएब ने कहा, 'सौरव गांगुली एक महान लीडर हैं। जहां तक टेलैंट को चुनने की बात है वे बेहद ईमानदार हैं। क्रिकेट का उनका ज्ञान गजब का है"
जब अख्तर के लिए अड़े थे गांगुली
अख्तर आईपीएल के शुरुआती संस्करणों में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल चुके हैं। तब कप्तान गांगुली थे। शोएब ने कहा, "पीसीबी ने मुझ पर बैन लगाया था। गांगुली ने मेरे खेलने का इंतजाम किया। भारत पहुंचा तो केकेआर के ऑस्ट्रेलियन कोच ने मुझे अनफिट बताते हुए 11 में शामिल करने से इनकार कर दिया। दादा भी अड़ गया। उसने कहा- शोएब 50 फीसदी भी फिट होगा तो मैं उसे खिलाउंगा। यही हुआ भी। हमारी टीम 132 पर आउट हो गई। मैंने विपक्षी टीम के शुरुआती 4 विकेट लिए। हम मैच जीत गए।"