इधर-उधर की बात करते हैं मिस्बाह
जियो टीवी से बात करते हुए शोएब अख्तर ने कहा, 'ईमानदार और मजबूत लोग कभी शिकायत नहीं करते, वे फैसले लेते हैं। यदि मैं मिसबाह उल हक की जगह होता तो मैं कहता कि यह मेरी गलती है। मैं चीजों को बेहतर करूंगा। यह सीधी बात है। उन्हें यह बताना चाहिए था कि यह हुआ, यह नहीं हुआ और यह होना है। मैं चीजों को बेहतर करूंगा। इधर-उधर की बात करना मिस्बाह का स्वभाव हो सकता है मेरा नहीं। मैं उनके जैसा नहीं हूं। उन्हें आत्मविश्वास से यह कहना चाहिए कि जो भी हो गया, वह हो गया, अब चीजें बेहतर होंगी।'
मोहसिन खान और जहीर अब्बास भी कर चुके हैं मिस्बाह की आलोचना
उल्लेखनीय है कि शोएब अख्तर से पहले मोहसिन खान और जहीर अब्बास भी मिस्बाह उल हक की आलोचना कर चुके हैं। जहीर अब्बास ने सलाह देते हुए कहा था कि अगर मिस्बाह सफल होना चाहते हैं, तो उन्हें इन दोनों में से सिर्फ एक पद की ही जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
वहीं, मोहसिन खान ने कहा था, 'आम राय बन रही है कि मिसबाह मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता की जिम्मेदारियां नहीं संभाल पा रहे हैं और वह भी तीनों प्रारूपों में।'
पाकिस्तान को लगातार हो रहा नुकसान
आपको बता दें कि पिछले साल जब मिस्बाह उल हक को पाकिस्तान क्रिकेट का मुख्य चयनकर्ता और प्रमुख कोच बनाया गया था तो पाकिस्तान की रैंकिंग टी-20 में नंबर 1 थी। लेकिन अब वह नंबर चार पर फिसल चुकी है। टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान सातवें नंबर पर पहुंच गया है।