सचिन के चोटिल होने के चलते अपनाई बाउंसर की रणनीति
शोएब अख्तर ने 14 साल पुराने इस टेस्ट मैच को याद करते हुए कहा कि इस मैच के दौरान वह जानते थे कि सचिन तेंदुलकर की एल्बो में इंजरी थी इसी के चलते उन्होंने बाउंसर गेंद फेंकने की रणनीति अपनायी थी।
संजय मांजरेकर के साथ क्रिकइंफो के एक कार्यक्रम में बात करते हुए शोएब अख्तर ने कहा, 'लोग कहते थे कि मैं और सचिन, हमेशा एक-दूसरे से मुकाबला करते थे। लेकिन हमने कभी एक दूसरे के साथ बुरा बतार्व नहीं किया। मैं उन्हें अपने प्रतिस्पर्धी के रूप में देखता था। मैं उन्हें एक महान बल्लेबाज के रूप में सम्मान देता था।'
सचिन को आउट करने में हमेशा कामयाब हो जाते थे अख्तर
इस बारे में बात करते हुए शोएब अख्तर ने कहा कि मैं हमेशा जानता था कि सचिन तेंदुलकर को कैसे आउट करना हैं।
उन्होंने कहा, 'मैं हमेशा सचिन को आउट करने पर काम करता था। मैं जानता था कि सचिन को कहां चोट लगी है। फैसलाबाद टेस्ट में मुझे मालूम था कि सचिन को एल्बो में चोट लगी है और वो हुक और पुल नहीं खेल सकते। ऐसे में मैंने उन्हें लगातार बाउंसर फेंकना जारी रखा।'
मोहम्मद आसिफ ने बताया, कैसे डर गये थे सचिन तेंदुलकर
गौरतलब है कि इससे पहले पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ ने दावा किया था कि फैसलाबाद टेस्ट के दौरान सचिन तेंदुलकर को शोएब अख्तर की बाउंसर्स ने इतना डरा दिया था कि उन्हें देखकर सचिन तेंदुलकर ने अपनी आंखे बंद कर ली थी।
उन्होंने कहा था, 'जब मैच शुरू हुआ था तो मैं उस दौरान स्क्वॉयर लेग पर खड़ा था और शोएब अख्तर लगातार तेज गेंदबाजी कर रहे थे। इस बीच मैंने देखा कि एक दो बाउंसर्स पर सचिन ने अपनी आंखें बंद कर ली थीं।'