इस मैच से मिली लय, खुशकिस्मत था जो गंभीर का मिला साथ
अपनी कप्तानी के बारे में बात करते हुए श्रेयस अय्यर ने कहा कि मानसिक रूप से शायद मैंने पहले ही खुद को तैयार कर लिया था लेकिन मैं खुशकिस्मत था जो मुझे गौतम भाई के साथ खिलाड़ियों का भी समर्थन मिला। सभी ने भरपूर साथ दिया इसकी वजह से कप्तानी आसान हो गई।
उन्होंने कहा, 'गौतम भाई, खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ के साथ मेरा तालमेल अच्छा था और खुशकिस्मती से मैंने कप्तान के तौर पर पहले मैच में 40 गेंदों पर 93 रन बनाए थे (कोलकाता नाइट राइडर्स) के खिलाफ, यह मैच कैपिटल्स ने 55 रनों से जीता था। इसने काफी कुछ बदल दिया क्योंकि फिर सभी लोग मेरी तरफ देखने लगे थे। सभी को काफी विश्वास था कि मैं टीम को अगले स्तर पर ले जा सकता हूं। निजीतौर पर मेरे लिए यह ज्यादा मुश्किल नहीं था क्योंकि मैं अपने दिमाग को इस तरह से तैयार कर चुका था कि अगर मुझे इस स्थिति में लाया जाता है तो मुझे क्या करना है। दिल्ली कैपिटल्स जैसी फ्रैंचाइजी की कप्तानी करना सपने के सच होने जैसा है।'
विराट कोहली से कप्तानी के गुर सीख रहे हैं अय्यर
श्रेयस अय्यर ने कप्तान विराट कोहली की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि वह उनसे कप्तानी के गुर सीख रहे हैं जो न सिर्फ टीम में बल्कि टीम के बाहर भी कैसे रहना है सीखने में मदद करती है।
उन्होंने कहा,' विराट एक ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपनी सकारात्मक सोच से दूसरों को प्रेरित करते हैं और साथ ही आप उनकी आदतों से काफी कुछ सीखते हैं। इन सबमें सबसे बड़ी बात है कोहली की ऊर्जा और हार न मानने का स्वाभाव, जो कि हर खिलाड़ी को आगे बढ़ने के लिये प्रेरित करता है।'
हार न मानने की प्रेरणा देते हैं कोहली
अय्यर ने कप्तान विराट कोहली की तारीफ करते हुए कहा कि वह मैदान पर सभी खिलाड़ियों को हार न मानने के लिये प्रेरित करते रहते हैं।
उन्होंने कहा, 'विराट टीम में मौजूद सभी युवा खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन उदाहरण हैं क्योंकि उनके पास ऊर्जा और हार न मानने का स्वाभाव है। हम उनसे काफी कुछ सीखते हैं और वह हमें लगातार प्रेरित करते रहते हैं। वह ऐसे इंसान हैं कि अगर वो आपके आस-पास होते हैं तो आप उनकी आदतों और रूटीन को अपना लेते हैं। सिर्फ उनका आस-पास रहना ही नहीं, बल्कि वह जिस तरह से टीम की कप्तानी करते हैं, हमें लगातार प्रेरित करते हैं।'