नई दिल्ली। आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने कहा है कि ऑस्ट्रेलियाई बोर्ड द्वारा स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर पर बैन लगाने के बाद उनके आईपीएल में खेलने की इजाजत नहीं है। उन्होंने कहा कि उन्हें इस साल आईपीएल खेलने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
आपको बता दें कि दोनों खिलाड़ियों को आईपीएल फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तानी से पहले ही हटा दिया था, लेकिन अब उन्हें टीम से भी बाहर रहना पड़ेगा। दोनों खिलाड़ियों को टीमों ने 12.5 करोड़ रुपये में खरीदा था। आईपीएल कमिश्नर राजीव शुक्ला ने कहा, "फ्रेंचाइजी को खिलाड़ियों का रिप्लेसमेंट मिलेगा क्योंकि उन्हें (डेविड वार्नर और स्टीव स्मिथ) इस साल खेलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।"
After standing down from team captaincies, @IPL confirm Smith and Warner will not take part in #IPL2018. pic.twitter.com/QMPbBUKmrq
— ICC (@ICC) March 28, 2018
गौरतलब है कि बॉल टेम्परिंग विवाद में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने कप्तान स्टीव स्मिथ और उपकप्तान डेविड वार्नर पर एक-एक साल का बैन लगा दिया है। इसी के साथ ये खिलाड़ी अब अगले महीने शुरू हो रहे आईपीएल के 11वें सीजन में भाग नहीं ले पाएंगे। इस विवाद में ये अब तक सबसे बड़ा फैसला है। स्मिथ-वार्नर के अलावा कैमरन बेनक्रॉफ्ट पर 9 महीने का बैन लगा है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने स्मिथ और वार्नर पर दो साल तक कप्तानी पर भी बैन लगा दिया है। अब ये खिलाड़ी एक साल तक क्रिकेट नहीं खेल सकते और दो साल तक ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की कप्तानी भी नहीं कर सकते हैं।
बता दें कि ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेली जा रही टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज कैमरन बेनक्रॉफ्ट को बॉल टेम्परिंग करते रंगे हाथों पकड़ा गया था।
कैमरन बेनक्रॉफ्ट को गेंद की शेप को बिगाड़ने के लिए जेब से टेप जैसे ऑब्जेक्ट का इस्तेमाल करते देखा गया, जिसे उन्होंने बाद में अपनी ट्राउजर में छिपाने की कोशिश की। ये पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई है। हालांकि इस घटना को स्मिथ सहित खुद बेनक्रॉफ्ट ने स्वीकार लिया था। जिसके बाद जाचों का दौर चला और अब क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने बड़ा फैसला लिया है। हालांकि सभी खिलाड़ियों को अपने फैसले को चुनौती देने का अधिकार है।